कोरोना वायरस महामारी से लड़ाई में पहली पंक्ति में खड़े कोरोना योद्धाओं को अब हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन दवा दी जाएगी।
देश में कोरोना ड्यूटी में तैनात पुलिसकर्मियों और अर्द्धसैनिक बलों, कंटेनमेंट जोन और विभिन्न जगहों पर पहली पंक्ति में खड़ो होकर काम कर रहे कर्मचारियों को ये दवा दी जाएगी।
इसके अलावा जिन अस्पतालों में कोरोना वायरस के मरीज भर्ती नहीं हैं, वहां काम कर रहे स्वास्थ्यकर्मियों को भी यह दवा लेनी होगी।
बता दें कि आईसीएमआर, स्वास्थ्य मंत्रालय, एम्स और नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी सहित कुछ संस्थानों के शुरुआती अध्ययन में पता चला है कि हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन के सेवन से कोरोना संक्रमण का खतरा कम हुआ है।
हालांकि, इसके कुछ दुष्प्रभाव भी सामने आए हैं, लेकिन वो ज्यादा गंभीर नहीं हैं। ऐसे में ज्वाइंट मॉनिटरिंग ग्रुप और नेशनल टास्क फोर्स ने यह दवा किसे देनी है उसका दायरा बढ़ाने का फैसला किया है। दिल्ली के तीन सरकारी अस्पतालों में इस दवा पर अध्ययन किया गया था।
कुल 1,323 लोगों को यह दवा देकर दुष्प्रभाव देखे गए। 214 लोगों में मामूली दुष्प्रभाव मिले। कुछ लोगों को पेट दर्द, उल्टी तो कुछ को हृदय संबंधी परेशानी हुई।
7-8 लोगों को गंभीर दिक्कतें हुईं। इस बार दवा खाने वालों को विशेष एहतियात बरतने और नियमित ईसीजी करवाने की सलाह दी गई है।