कोरोना वायरस महामारी (Coronavirus in India) के संक्रमण को रोकने के लिए जारी लॉकडाउन (Lockdown) में किसानों को राहत देने का फैसला किया गया है. सरकार ने फिशिंग (Fishing) यानी मछली से जुड़े कारोबारियों को भी इससे छूट देने का ऐलान किया है. सरकार की ओर नोटिफिकेशन में मछली पकड़ने (समुद्री)/ जलीय कृषि उद्योग के ऑपरेशन को लॉकडाउन के दौरान काम करने की रियायत दे दी है.
सरकार ने फसलों की कटाई, सेल्स और मार्केटिंग, कोल्ड चेन, पैकेजिंग और फूड प्रोसेसिंग को भी लॉक डाउन के दौरान काम करने की छूट दी गई है. हालांकि इस आदेश में काम के दौरान सोशल डिस्टेसिंग और हाइजीन प्रैक्टिस का विशेष ध्यान रखने की भी हिदायत दी गई है. आदेश में कहा गया है कि अगर ऐसा नहीं किया गया तो ऐसे लोगों पर कार्रवाई भी की जा सकती है.
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15 अप्रैल से गेहूूं की खरीदारी शुरू होगी – लॉकडाउन की वजह से किसानों को दिक्कत ना हो और उनकी फसल की खरीद हो सके इसके लिए राज्य सरकारें 15 अप्रैल से गेहूं की खरीद शुरू कर देंगी.
केंद्र सरकार ने दालें और ऑयल सीड (दलहन और तिलहन) की खरीद के लिए भी राज्य सरकारों को निर्देश दे दिए है. कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि सरकार पूरी कोशिश में है कि लॉकडाउन की वजह से लोगों को दिक्कत कम से कम हो.
उन्होंने कहा कि प्याज की कीमत ना बढ़े इस पर भी हमारी नजर है. हम कोशिश कर रहे हैं कि किसानों का प्याज जल्दी से जल्दी मंडी में पहुंच सके.
कृषि मंत्री तोमर (Agriculture Minister of India) ने कहा कि राजस्थान, मध्य प्रदेश, हरियाणा, यूपी में सरसों की 95-97 पर्सेंट फसल काट ली गई है. मध्य प्रदेश, राजस्थान, तेलंगाना, महाराष्ट्र, बुंदेलखंड, आंध्र प्रदेश में करीब 95 पर्सेंट चने की फसल काट ली है.
मध्य प्रदेश में वक्त पर बोया गया 80-85 पर्सेंट गेहूं काट लिया है. लेकिन बाद में बोया गया करीब 18 पर्सेंट गेहूं हरियाणा, पंजाब में नहीं कट पाया है. मजदूरों की कमी से दिक्कत ना हो इसके लिए राज्य सरकारों के साथ मिलकर हल निकाला जा रहा है.