मोजाम्बिक में अक्तूबर में हुए चुनावों के बाद लगातार हिंसक विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। दक्षिण अफ्रीकी देश के मुख्य विपक्षी नेता वेनांसियो मोंडलेन ने चुनाव के बाद हो रही हिंसा के चलते हत्या के डर के चलते देश छोड़ दिया था। गुरुवार को वह वापस देश लौटे। इस दौरान हवाई अड्डे पर पहुंचे उनके समर्थकों पर सुरक्षा बलों ने आंसू गैस के गोले छोड़े।
मोजाम्बिक के मुख्य विपक्षी नेता गुरुवार को निर्वासन खत्म करके वापस देश लौटे। इस दौरान हवाई अड्डे पर पहुंचे उनके समर्थकों पर सुरक्षा बलों ने आंसू गैस के गोले छोड़े। इस दौरान कई समर्थकों की सुरक्षा बलों से झड़प भी हुई।
मोजाम्बिक में अक्तूबर में हुए चुनावों के बाद लगातार हिंसक विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। दक्षिण अफ्रीकी देश के मुख्य विपक्षी नेता वेनांसियो मोंडलेन ने चुनाव के बाद हो रही हिंसा के चलते हत्या के डर के चलते देश छोड़ दिया था। उन्होंने कहा था कि चुनाव के बाद देर रात अज्ञात बंदूकधारियों ने उनकी कार में उनके विपक्षी दल के दो वरिष्ठ सदस्यों की हत्या कर दी थी। इसके बाद वे देश छोड़कर चले गए थे।
पिछले सप्ताह उन्होंने सोशल मीडिया पर कहा था कि वह जल्द ही देश वापसी करेंगे। इसके बाद ने हवाई अड्डे की ओर जाने वाली सड़कों को भी अवरुद्ध कर दिया था। गुरुवार को देश की राजधानी मापुटो के मावलाने अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर मोंडलेन को विमान से उतरते देखा गया। इस दौरान हवाई अड्डे पर पहुंचे उनके समर्थकों पर सुरक्षा बलों ने आंसू गैस के गोले छोड़े।
100 लोगों की हो चुकी मौत
मोजाम्बिक में लंबे समय से सत्ता पर काबिज फ्रेलिमो पार्टी को नौ अक्तूबर को हुए चुनाव में विजेता घोषित किए जाने के बाद मोंडलेन के नेतृत्व में विरोध प्रदर्शन हुए। इसमें अब तक 100 लोगों की मौत हो चुकी है। मोंडलेन और अन्य विपक्षी उम्मीदवारों ने सत्तारूढ़ पार्टी पर चुनाव में धांधली करने का आरोप लगाया। साथ ही अंतरराष्ट्रीय पर्यवेक्षकों ने भी मतदान में अनियमितताओं और कुछ परिणामों में फेरबदल की सूचना दी थी।
फ्रेलिमो पार्टी के चैपो बने हैं राष्ट्रपति
देश की सांविधानिक परिषद ने पिछले महीने फ्रेलीमो की जीत को बरकरार रखा और डैनियल चैपो को राष्ट्रपति चुना। वे अगले सप्ताह राष्ट्रपति फिलिप न्यूसी की जगह लेंगे। न्यूसी ने अधिकतम दो कार्यकाल पूरे किए हैं। 1975 में पुर्तगाल से देश को स्वतंत्रता मिलने के बाद से फ्रेलिमो 50 वर्षों से मोजाम्बिक में सत्ता में है। 1994 में मोजाम्बिक में चुनाव शुरू हुए। इसके बाद पार्टी पर चुनावों में धांधली करने का आरोप लगाया जाता रहा है। देश में हो रहे विरोध प्रदर्शन फ्रेलिमो के शासन के लिए सबसे बड़ा खतरा रहे हैं।