पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) घोटाले में भगोड़ा कारोबारी मेहुल चोकसी को कैरेबियाई राष्ट्र के निवेश कार्यक्रम (सीआईपी) के तहत मिली नागरिकता को एंटीगुआ और बारबुडा ने रद्द कर दिया है। मेहुल चोकसी के वकील ने सोमवार को इन खबरों को खारिज करते हुए कहा कि चोकसी एंटीगुआा के नागरिक हैं उनकी नागरिकता रद्द नहीं की गई है।
एंटीगुआ और बारबुडा की ओर से भगोड़े कारोबारी मेहुल चोकसी की नागरिकता रद्द करने की खबरों पर उसके वकील विजय अग्रवाल ने कहा, ”मेरे मुवक्किल मेहुल चोकसी एंटीगुआ के नागरिक हैं। उनकी नागरिकता को रद्द नहीं किया गया है।”
कुछ दिन पहले ही में पंजाब नेशनल बैंक घोटाले में भगोड़ा कारोबारी मेहुल चोकसी पर हुई छापेमारी में प्रवर्तन निदेशालय ने 14 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति जब्त की थी। चोकसी लंबे समय से एंटीगुआ और बारबुडा में रह रहा है। वहीं दूसरी ओर पीएनबी घोटाले में भगोड़े हीरा कारोबारी नीरव मोदी को ब्रिटेन की एक अदालत ने प्रत्यर्पण का आदेश दिया है। बता दें कि मेहुल चोकसी नीरव मोदी का मामा है। नीरव मोदी भी 13,500 करोड़ रुपये से अधिक के इस कथित धोखाधड़ी मामले में एक अन्य मुख्य आरोपी है।
हाल ही में नीरव मोदी प्रत्यर्पण के खिलाफ अपना केस हार गया है। इसके बाद भारत ने कहा है कि नीरव मोदी के मामले में ब्रिटेन के कोर्ट के फैसले के बाद उसके प्रत्यर्पण के लिए जल्द संपर्क किया जाएगा। फिलहाल, अदालत ने मामला वहां के होम सेक्रेटरी के पास भेजा है। उनके अप्रूवल पर आगे की स्थिति निर्भर करेगी। फिलहाल इसके लिए दो महीने का वक्त मिल सकता है। विदेश मंत्रालय ने इस मामले में प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि नीरव मोदी पंजाब नेशनल बैंक फ्रॉड मामले में भारत में वांछित है। सीबीआई और ईडी के अनुरोध पर ब्रिटेन से उसका प्रत्यर्पण अगस्त, 2018 में मांगा गया था।
नीरव मोदी लंदन की वांड्सवर्थ जेल में बंद है। लंदन कोर्ट में जज सेमुअल गूजी के फैसले के बाद मामला अब ब्रिटेन के गृह मंत्रालय के पास जाएगा। प्रत्यर्पण को लेकर कोर्ट के फैसले पर गृह मंत्री प्रीति पटेल आखिरी मोहर लगाएंगी। इसके बाद भारत के इस वांटेड भगोड़े को मुंबई जेल लाए जाने की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी।