सुशांत सिंह राजपूत सुसाइड केस में मुंबई पुलिस की जांच से असंतुष्ट परिवारवालों ने सीबीआई जांच की मांग उठाई. बॉलीवुड एक्ट्रेस जिया खान की मां राबिया खान ने भी सीबीआई जांच के लिए सपोर्ट दिखाया है. उनका कहना है कि जिस तरह उनकी बेटी की मौत को सुसाइड का रूप दिया गया था, ठीक वैसे ही सुशांत के केस में भी हुआ है. उन्होंने बेटी के सुसाइड को मर्डर बताया है जिसके लिए उसे उकसाया गया था. राबिया खान ने सीबीआई जांच को लेकर पोस्ट शेयर किया है.
जिया की मां का कहना है कि जिस तरह सुशांत सिंह राजपूत की मौत को सुसाइड का नाम दिया जा रहा है, उनकी बेटी को भी इसी तरह मारा गया था. राबिया खान ने सीबीआई द्वारा केस की पूरी जांच करने की मांग की है. उन्होंने पोस्ट के जरिए कहा कि पुलिस पर राजनीतिक दबाव के कारण सच सामने नहीं आ पाएगा.
सोशल मीडिया पर शेयर पोस्ट में जिया की मां ने लिखा- ‘जिया खान की तरह ही सुशांत सिंह को भी मारा गया और मुझे इससे ज्यादा मजबूर, बेबस और उदास इससे पहले कभी महसूस नहीं हुआ. दोनों सुशांत और जिया को पहले झूठा अटेंशन और प्यार दिया गया. जब दोनों उनके नार्सिस्टि साइकोपैथिक गैस लाइटिंग पार्टनर्स के जाल में फंस गए तो उन्हें शारीरिक तौर पर नुकसान पहुंचाया गया और उन्हें गाली दी गई. दोनों के साथ पैसों के लिए इस्तेमाल किया गया और परिवार-चाहने वालों से दूर कर दिया गया. दोनों जिया और सुशांत को मानसिक तौर पर डिसेबल करार दिया गया और उन्हें काम ना होने की वजह से डिप्रेस्ड कहा गया. जब पार्टनर्स अपना कंट्रोल खोते गए तो उनके होमिसाइडल डेथ को सुसाइड कहा गया’.
‘जिया खान और सुशांत के नार्सिस्टिक क्रिमिनल पार्टनर्स ताकतवर बॉलीवुड माफियाओं और नेताओं से जुड़े हुए हैं, इसलिए उन्होंने इनकी छाया ले रखी है क्योंकि उन्हें पता है कि ये बॉलीवुड माफिया और नेता के पास क्रिमिनल्स के बिहेवियर को जानने की ताकत है. राजनीतिक दबाव के कारण पुलिस सच नहीं ला पा रही है. उन्होंने अपना पूरा समय सबूत मिटाने और इस होमिसाइडल डेथ को सुसाइड करार देने में अपना समय बिताया. अपनी इस मनगढ़ंत कहानियों को सपोर्ट देने के लिए , वे बॉलीवुड माफिया और उनके सिंडिकेट मीडिया का सहारा लेते हैं और डिप्रेशन स्टोरी को एंडोर्स करने के लिए महेश भट्ट को एंकर की तरह इस्तेमाल करते हैं’.
‘पब्लिक के मन में डाउट पैदा करने के लिए ये क्रिमिनल्स विक्टिम के परिवार पर पैसों की लालच में गलत परवरिश, पर्सनल रेपुटेशन जैसे इल्जामों से हमला करते हैं. सीबीआई को इन मामलों में तह तक जाकर जांच करनी चाहिए और इन अपराधियों को सजा दिलवानी चाहिए. वरना ये और हैवान बन जाएंगे और अपनी इन बुरे कामों को दोगना कर देंगे और, जिया-सुशांत की तरह दूसरे मासूमों को भी मारते रहेंगे. जो पीड़ित हैं वे किसी घटना का शिकार नहीं होते, बल्कि नेताओं, पुलिस और बॉलीवुड माफिया, अपराधियों को सुरक्षा देती है और पीड़ित के परिवार को डर के साये में जीने को मजबूर करती है. इस तरह के क्राइम्स खत्म होने चाहिए’.
मालूम हो कि सात साल पहले 3 जून 2013 को जिया खान ने अपने फ्लैट में पंखे से लटककर जान दे दी थी. इस मामले में जिया के बॉयफ्रेंड एक्टर सूरज पंचोली का नाम सामने आया था. जिया की मां ने आरोप लगाए थे कि सूरज पंचोली ने ही उनकी बेटी को मारा है और इसे सुसाइड का नाम दे रहे हैं. हालांकि सीबीआई जिया खान की मौत की जांच कर चुकी है और यह जांच अभी भी जारी है जिसके लिए सूरज पंचोली कई बार सुनवाई में जा चुके हैं.