बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने मुस्लिम समाज से सतर्क रहने की अपील की है. मायावती ने कहा, ‘बसपा की मांग है कि केंद्र सरकार CAA या NRC को लेकर खासकर मुसलमानों की सभी आशंकाओं को जल्दी दूर करे और उनको पूरे तौर से संतुष्ट भी करना चाहिए तो यह बेहतर होगा, लेकिन इसके साथ ही मुस्लिम समाज के लोग सावधान भी रहें. कहीं इस मुद्दे की आड़ में उनका राजनीतिक शोषण तो नहीं हो रहा है और वे उसमें पिसने लगे हैं.’
मायावती इससे पहले सीएए विरोध प्रदर्शन में हुई हिंसा को लेकर सरकार से उच्चस्तरीय न्यायिक जांच की मांग कर चुके हैं. उन्होंने पुलिस और प्रशासन को भी निष्पक्ष रूप में कार्य करने के लिए कहा. मायावती ने ट्वीट में कहा, “नए नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में की गई हिंसा में पहले उत्तर प्रदेश की अलीगढ़ व फिर जामिया यूनिवर्सिटी में और पूरे जामिया क्षेत्र में भी जो काफी बेकसूर छात्र व आमलोग शिकार हुए हैं, यह अति दुर्भाग्यपूर्ण है और पार्टी पीड़ितों के साथ है.”
मायावती ने गुरुवार को राजधानी लखनऊ और संभल में हुए हिंसक विरोध प्रदर्शन पर बिना किसी का नाम लिए समाजवादी पार्टी (सपा) और कांग्रेस पर हमला बोला. उन्होंने कहा है कि किसी भी विरोध प्रदर्शन या धरने में हिंसा के लिए कोई जगह नहीं है. बसपा मुखिया मायावती ने कहा कि हमने नागरिकता (संशोधन) विधेयक का विरोध किया है और इसका विरोध करते रहेंगे, लेकिन अन्य पार्टियों की तरह हम सार्वजनिक संपत्ति को नष्ट करने और हिंसा पर विश्वास नहीं करते हैं.