मनोहर लाल को हटाकर लोकसभा चुनाव से पहले भाजपा ने नायब सैनी को सीएम पद पर बैठाया था। भाजपा निर्दलीय विधायकों के साथ से बहुमत में थी।
हरियाणा की नायब सैनी सरकार की मुश्किलें फिर से बढ़ सकती हैं। अल्पमत में चल रही सरकार से अब पृथला के निर्दलीय विधायक नयनपाल रावत नाराज हो गए हैं।
निर्दलीय विधायक हरियाणा सरकार के अफसरों की कार्यशैली से खफा हैं। उनका कहना है कि वह इस बारे में वीरवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे। रावत ने कहा कि सरकार अफसरों पर लगाम कसने में नाकाम हो रही है। प्रेस कॉन्फ्रेंस में ही वह अगली रणनीति का खुलासा करेंगे। वहीं, भाजपा के राज्यसभा सांसद सुभाष बराला ने कहा कि रावत भाजपा का साथ कभी नहीं छोड़ सकते। यह पूरा मामला सीएम के संज्ञान में है।
भाजपा के पास अभी 41 विधायक हैं। भाजपा को हविपा के एक और एक निर्दलीय विधायक का समर्थन प्राप्त है। बहुमत का आंकड़ा 45 है। सरकार बहुमत के आंकड़े से दूर है मगर दावा करती आई है। यदि रावत समर्थन वापसी का फैसला लेते हैं तो सैनी सरकार की मुश्किलें बढ़ना तय है।