मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने पीएम श्री पर्यटन वायु और हेली सेवा का शुभारंभ किया

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव पीएम श्री पर्यटन वायु सेवा और पीएम श्री धार्मिक पर्यटन हेली सेवा का शुभारंभ किया। सीएम ने कहा कि प्रदेश में जहां जहां हवाई पट्टी, वहां वहां सेवा का विस्तार करेंगे।  

लोकसभा चुनाव से पहले मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव प्रदेश में गुरुवार को  स्टेट हैंगर भोपाल से पीएम श्री पर्यटन वायु सेवा और पीएम श्री धार्मिक पर्यटन हेली सेवा का शुभारंभ किया। इसका उद्देश्य प्रदेश के अंदर पर्यटन स्थलों को हवाई सेवा से जोड़ना है। इस अवसर पर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि पीएम श्री पर्यटन वायु सेवा में शुरुआत में जबलपुर, ग्वालियर को जोड़ रहे हैं। आने वाले समय में खजुराहो, रीवा, शहडोल और जहां-जहां हवाई पट्टियां बनेगी वहां तक इस व्यवस्था को बढ़ाते जाएंगे। हवाई पट्टियां हर जिले में बनती जाये, हम कोशिश कर रहे हैं कि अंदर के हवाई यातायात की सुविधा लगातार बढ़ती रहे। धार्मिक दृष्टि से हमारे यहां दो-दो ज्योतिर्लिंग (बाबा महाकाल और ओमकार पर्वत पर ममलेश्वर महादेव) हैं। 

सीएम ने कहा कि हमारे अगर कोई व्यापार या व्यवसाय की दृष्टि से इंदौर या उज्जैन आता है तो उसे कम समय में ये व्यवस्था मिलनी चाहिए। उन्होंने कहा कि दतिया, कटनी, मैहर की माता के साथ-साथ, ओरछा राजाराम की नगरी में जाना हो तो उसे हेलीकॉप्टर सेवा आसानी से मिलनी चाहिए। हमने पीएम श्री धार्मिक पर्यटन हेली सेवा भी प्रारंभ की है, आज पहली बार हम इसको यहां से ओंकारेश्वर फिर उज्जैन तक पहुंचाएंगे। आने वाले समय में कान्हा, बाधवगढ़ जैसे स्थलों पर भी हेलीकॉप्टर की व्यवस्था रहेगी। धार्मिक तीर्थाटन की योजना से सभी बंधुओ को जोड़कर, राज्य के धार्मिक पर्यटन के केंद्र से भी आने जाने की सुविधा मिलेगी।

बता दें इसमें दो 8-8 सीटर विमान हैं। इसके अलावा एक अन्य कंपनी का हेलीकॉप्टर उपलब्ध रहेगा। जानकारी के अनुसार हवाई टैक्सी का न्यूनतम किराया तीन हजार रुपये तक रह सकता है। हालांकि, यह दूरी के हिसाब से तय होगा। इसको लेकर अभी अंतिम निर्णय होना बाकी है। सेवा की शुरुआत में कंपनी ने अपना रूट प्लान तैयार किया है। इसमें कंपनी का दिन के अनुसार रूट प्लान बदलता रहेगा। प्रारंभिक चरण में भोपाल, जबलपुर, रीवा, खजुराहो, उज्जैन और पमचढ़ी को धार्मिक पर्यटन हवाई सेवा से जोड़ा जाएगा। इसका दायरा बढ़ा कर आने वाले समय में पर्यटकों की मांग के अनुसार अन्य शहरों को जोड़ा जाएगा। शुरुआत में दो एयरकॉफ्टा और एक हेलीकॉप्टर से मंत्री अलग-अलग जगह गए। इसमें धार्मिक पर्यटन की हेलीकॉप्टर सेवा से ओंकारेश्वर मंत्री कैलाश विजयवर्गीय, मंत्री गौतम टेटवाल, मंत्री नरेंद्र शिवाजी पटेल, मंत्री डॉ. प्रतीमा बागरी गए। वहीं, जबलपुर पीडब्ल्यूडी मंत्री राकेश सिंह, मंत्री संपत्तिया उईके, मंत्री धर्मेंद्र लोधी और ग्वालियर एंदल सिंह कंसाना, नारायण सिंह कुशवाह, प्रद्युमन सिंह तोमर, जगदीश देवड़ा एयरकॉफ्ट से रवाना हुए। 

एप से कर सकेंगे बुकिंग 
एयर टैक्सी सेवा का लाभ लेने के लिए कंपनी की तरफ से एप उपलब्ध कराया जाएगा। इस एप पर रूट से लेकर एयर टैक्सी के रूट के अनुसार किराया, टाइमिंग से लेकर पूरी जानकारी उपलब्ध रहेगी। इसी एप से एयर टैक्सी सेवा की बुकिंग की सुविधा रहेगी। मुख्यमंत्री गुरुवार को यह एप भी लांच कर सकते हैं। 

रिस्पांस न मिलने से बंद हो चुकी सेवा
इससे पहले प्रदेश में वर्ष 2011 में वेंचुरा एयर कनेक्ट ने एयर टैक्सी के माध्यम से भोपाल को जबलपुर, इंदौर समेत अन्य शहरों से जोड़ा। इसके लिए पर्यटन विभाग ने कंपनी से अनुबंध किया था। इसमें विभाग नौ सीटर विमान में तीन सीट के किराए का भुगतान करता था। कंपनी को एक सीट बुक होने पर उसे बाकी दो सीट का किराया मिल जाता था ताकि उड़ान लगातार चलती रहे। हालांकि, अनुबंध समाप्त होने के बाद कंपनी ने अपनी सेवा भी बंद कर दी।  

सप्ताह में चार दिन सेवा का संचालन अनिवार्य 
सरकार पर्यटन स्थलों पर प्रदेश के अंदर निजी ऑपरेटरों से एयर टैक्सी सेवा शुरू करा रही है। इस सेवा में ऑपरेटर को सेक्टर किराया निर्धारण करने की छूट रहेगी। रूट का चयन एवं रूट परिवर्तन करने से पहले सेवा प्रदाता को निगम को सूचित करना होगा। सप्ताह में चार दिन सेवा का संचालन आवश्यक रूप से करना होगा। इसके लिए सरकार निजी ऑपरेटर को वीजीएफ अनुदान के रूप में 1.20 लाख रुपये देगी। 150 घंटे प्रतिमाह संचालन नहीं होने पर निर्धारित दर से वीजीएफ में कटौती भी होगी।

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