विन्ध्याचल में गंगा तट स्थित परशुराम घाट पर सुबह हादसा हो गया। विन्ध्याचल के परशुराम घाट पर सुबह दर्शनार्थी पहुंचे थे और स्नान के दौरान अचानक डूबने लगे। हादसे के बाद मौके पर हड़कंप मच गया और लोगों ने राहत और बचाव कार्य शुरू किया। क्षेत्र में लगातार घटनाएं हो रही हैं और प्रशासनिक व्यवस्था सुस्त होने से राहत और बचाव कार्य भी समय से शुरू नहीं हो पा रहा और स्थानीय लोगों के भरोसे ही बचाव कार्य चल रहा है।
मछलीशहर जौनपुर निवासी दिलीप तिवारी अपने परिजनों सहित मां विन्ध्यवासिनी के दर्शन हेतु आये थे। दर्शन के पूर्व परशुराम घाट पर सपरिवार गंगास्नान कर रहे थे उसी समय उनका पुत्र ऋषि तिवारी (17) वर्ष व खुशी तिवारी (13) वर्ष गहरे पानी मे समा गए। उनको बचाने के चक्कर मे परिवार के अन्य सदस्य भी डूबने लगे। मौके पर मौजूद लोगों के अनुसार कुल छह लोग डूब रहे है। मौजूद नाविकों ने चार लोगों को तुरन्त पानी के बाहर निकाल लिया। कुछ देर पश्चात ऋषि तिवारी को तथा लगभग एक घण्टे पश्चात खुशी तिवारी को पानी के बाहर नाविकों ने खोजकर निकाल लिया।
रविवार की सुबह छह लोग नदी में नहाते समय डूब रहे थे। हादसे के दौरान नाविकों के सहयोग से चार लोगों को बचा लिया गया और हादसे में दो लोग डूब गए। डूबे लोगों में एक का शव बरामद हो गया तो दूसरी डूबी हुई लड़की लापता होने की वजह से उसे खोजने में नाविक दोपहर तक लगे रहे। वहीं दोपहर तक एक युवक का शव बरामद हुआ तो परिजनों का रो रोकर बुरा हाल हो गया।
स्थानीय लोगों के अनुसार बाहर से दर्शनार्थी दर्शन और पूजन के लिए यहां पहुंचे हुए थे। गंगा में स्नान के साथ ही नहाते समय सभी एक एक कर गहरे पानी में उतरते चले गए और अचानक तेज बहाव की जद में आने से नदी में बहने लगे। हादसे की जानकारी होने के बाद स्थानीय लोगों के सहयोग के साथ ही प्रशासन अधिकारी भी सक्रिय हुए और राहत व बचाव कार्य का जायजा लिया। इस दौरान लोगों की घाट पर भारी भीड़ उमड़ पड़ी। वहीं हादसे में अपनों को खोने के बाद लोगों का रो रोकर बुरा हाल हो गया।