भारतीय किचन में तेजपत्ते का प्रयोग बहुत किया जाता है. यह एक ऐसा मसाला है जिसका लगभग हर सब्जी में हम प्रयोग कर सकते हैं. ये खाने का केवल स्वाद (Taste) ही नहीं बढ़ाता बल्कि अपने कई औषधीय गुणों (Benefits) के लिए भी यह काफी उपयोग में लाया जाता रहा है. तेजपत्ता में कॉपर, पोटेशियम, कैल्शियम, मैग्नीशियम, सेलेनियम और आयरन पर्याप्त मात्रा में पाया जाता है. यही नहीं, इसमें एंटीऑक्सीडेंट्स गुण भी होते हैं जो कैंसर, ब्लड क्लॉटिंग और दिल से जुड़ी समस्याओं को दूर रख सकता है. ऐसे में अगर तेजपत्ते के काढ़ा (Bay Leaf Kadha) का नियमित सेवन किया जाए तो यह कई बीमारियों से हमें बचा सकता है.
ऐसे बनाएं तेजपत्ते का काढ़ा
तेजपत्ते का काढ़ा बनाने के लिए आप 4 तेजपत्ता, आधा चम्मच अजवायन और आधा चम्मच सौंफ लें और इन्हें मिक्सी में पीस कर पाउडर बना लें. अब इसे 1 लीटर पानी में डालकर अच्छी तरह से उबालें. जब पानी उबलकर आधा हो जाए तो गैस बंद कर लें. पांच मिनट तक इसे ढके रहने दें. कुछ देर बाद अपने स्वाद के अनुसार इसमें काला नमक या शहद मिलाकर सेवन करें.
तेजपत्ते के काढ़ा से कई दर्द में मिलेगा है आराम
-ठंड लगने की वजह से अगर आपके शरीर में दर्द हो रहा हो तो तेजपत्ते के काढ़े को पीना चाहिए. इससे बहुत जल्दी आराम मिलता है.
-अगर आपके सिर में दर्द तेज दर्द है तो आप तेजपत्ते का काढ़ा बनाकर पी लें. सिर के दर्द में तुरंत आराम मिलेगा.
–अगर आपको चोट लग गई है या मोच लग गई है तो आपको तेजपत्ते का काढ़ा पीना चाहिए. इससे सूजन और दर्द में आराम मिलेगा. आप जल्दी आराम चाहते हैं तो तेज पत्ते को पीस कर मोच वाली जगह पर लगा लें आपको तेजी से आराम मिलेगा.
-कई बार सोते समय नसों में खिंचाव या क्रैंप आने लगते हैं या नसों में सूजन आ जाती है तो ऐसे में आप तेजपत्तों का काढ़ा बनाकर इसका सेवन करें. आपको तुरंत आराम मिलेगा.