नोएडा। चुनाव से पहले ही यूपी में चल रहा बवाल खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। सारी पार्टियां अपनी पूरी ताकत लगा रही हैं यूपी जीतने के लिए। लेकिन मायावती की बसपा को लगातार झटके मिल रहे हैं। पहले कई नेताओं ने बसपा को अलविदा कह दिया था जिसके बाद अब खबर है कि यूपी के बसपा के दो दिग्गज नेताओं ने बहनजी का हाथ छोड़ भाजपा का दामन थाम लिया है। जिससे पार्टी को तगड़ा झटका लगा है। आने वाले समय में कुछ और नेता पार्टी का दामन छोड़ सकते हैं।
मायावती को उनके ही विधायकों ने दिया झटका
बसपा सुप्रीमो मायावती को उनके ही दो विधायकों ने तगड़ा झटका देते हुए पार्टी का अलविदा कह दिया है। ताज्जुब की बात तो ये है कि इन दोनों ने भाजपा को ज्वाइन करते हुए ये भी जता दिया है कि अब वो जीतने वाले कमल के साथ हैं। हारे और थके हुए हाथी के साथ नहीं। मेरठ जिले के लोकेश प्रजापति विधान परिषद के सदस्य रह चुके हैं। साथ ही पार्टी ने उन्हें राज्यमंत्री का दर्जा भी दिया था। वहीं सिवालखासास से विधायक रह चुके और पार्टी के सीनियर लीडर विनोद हरित ने भी पार्टी का दामन छोड़ भाजपा का दामन थाम लिया है। वहीं वेस्ट के एक और नेता अरुण कुमार सागर ने भी पार्टी छोड़ भाजपा ज्वाइन की है।
इससे पहले स्वामी प्रसाद मौर्या ने बसपा सुप्रीमों मायावती पर गंभीर आरोप लगाते हुए बहुजन समाजवादी पार्टी का साथ छोड़ दिया था। मौर्या ने मायावती पर अंबेडकर के सपनों और विधानसभा में टिकट बेचने का आरोप लगाया था। मौर्या ने कहा था कि मायावती ने अम्बेडकर के सपनों को बेचा है। मौर्या ने तीखे स्वर में कहा था कि मायावती सिर्फ लोगों को दिखाने के लिए अम्बेडकर जयंती मनाती हैं। वह दलितों की जरा भी सुध नहीं ले रही हैं। वह केवल दलितों के सपने पर कालिख पोत रही हैं। वह केवल टिकट बेच रही है।