मानसून की स्थिति में उत्तरोतर सुधार के बाद बिहार में धान समेत खरीफ फसलों की रोपाई-बुआई की स्थिति में भी तेजी तो आई, लेकिन सात जिलों के 29 प्रखंडों में सूखे के हालात हैं। धान की रोपनी का समय समाप्त हो गया है, किंतु उन प्रखंडों में 50 फीसद रोपनी भी नहीं हो सकी है। किसी-किसी जगह तो यह आंकड़ा 20 फीसद पर भी नहीं पहुंच सका है।
नवादा जिले के पकरीबरावां एवं काशीचक तथा जमुई जिले के अलीगंज एवं सिकंदरा प्रखंड के विभिन्न गांवों में कृषि विश्वविद्यालय सबौर की मदद से ड्रोन से सर्वेक्षण कराया गया है। सभी प्रखंडों में सामान्य से कम रोपनी हुई है। राज्य में इस बार 34 लाख हेक्टेयर में धान की खेती का लक्ष्य था, जिसके विरुद्ध 32.27 लाख हेक्टेयर में आच्छादन हो सका है। यह 94.92 फीसद है।