इन दिनों दिल्ली-एनसीआर में तेज धूप और बारिश का सिलसिला जारी है। इससे मच्छरों का आतंक भी बढ़ता जा रहा है। दरअसल, मच्छरों के पनपने के पीछे का कारण जगह-जगह पानी का भरा होना है। एक ही जगह पर जमे हुए पानी में मच्छर तेजी से पनपते हैं। वे अंडे देते हैं जिससे इनकी संख्या बढ़ती चली जाती है। कहते हैं जब मच्छरों का आतंक बढ़ जाता है तब डेंगू का खतरा रहता है।
अभी देश के कई हिस्सों से डेंगू के मामले भी देखने और सुनने को मिल रहे हैं। उत्तराखंड में डेंगू के 80 से ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं, जिनमें से 73 लोगों का इलाज किया जा चुका है। वहीं सोनीपत में डेंगू के मरीजों की संख्या बढ़ गई है। दक्षिण कन्नड़ में भी 43 मरीज मिले हैं। इसे बचने के लिए सावधानी ही जरूरी है। दिल्ली में भी डेंगू से बचाव के लिए लाेगों को जागरुक करने के लिए बैठकें की जा रहीं हैं। आज का हमारा लेख भी इसी विषय पर है। हम आपको डेंगू के लक्षण और उनसे बचाव के तरीकों के बारे में बताने जा रहे हैं। आइए जानते हैं विस्तार से –
क्लीवलैंड क्लीनिक के मुताबिक, Dengue को हड्डी तोड़ बुखार कहा जाता है। ये मच्छर से होने वाला वायरल इन्फेक्शन है। ये मच्छरों के Aedes प्रजाति के जरिए फैलता है। इन संक्रमित मच्छरों के काटने से डेंगू का वायरस हमारे शरीर में प्रवेश करता है, जिसके कारण संक्रमण बढ़ जाता है। इसमें मरीज को तेज बुखार आता है। ये मच्छर पानी में पाए जाते हैं और दिन के समय ज्यादा एक्टिव होते हैं।
डेंगू के लक्षण
मरीज को अचानक से तेज बुखार आना
प्लेटलेट्स का लगातार कम होना
सिरदर्द
आंखों के पीछे दर्द
मांसपेशियों में ऐंठन
जोड़ों में दर्द
थकान बनी रहना
जी मिचलाना
उल्टी होना
स्किन पर लाल चकत्ते पड़ना
पेट दर्द
नाक से खून बहना
सांस लेने में दिक्कत
चिड़चिड़ापन
त्वचा का रंग पीला पड़ना
बार-बार प्यास लगना
कैसे करें बचाव?
मच्छरदानी का इस्तेमाल करें।
घर में या आसपास भूल से भी पानी को जमा न होने दें
कूलर का पानी डेली चेंज करें
फुल स्लीव्स के कपड़े पहनें
घर के बाहर जाने पर खुद को पूरी तरह से कवर करें
पानी की टंकी को ढक कर रखें
अपने घर के आसपास साफ सफाई बनाए रखें
हेल्दी डाइट लें
कूड़ेदान को ढककर रखें।
खिड़की और दरवाजों पर जाली लगाकर रखें।
घर में स्वीमिंग पूल है, तो उसकी भी रोजाना सफाई करें।
अगर डेंगू के लक्षण दिखाई दें तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।