अक्सर आपने घर में, मंदिर में लोगों को अपने माथे पर टीका लगाते हुए देखा होगा। आमतौर पर लोग चंदन, हल्दी, भस्म और कुमकुम का टीका अपने माथे पर लगाते हैं। पर क्या आप जानते हैं ऐसा करने के पीछे सिर्फ धार्मिक कारण ही नहीं कई जबरदस्त वैज्ञानिक कारण भी हैं। आइए जानते हैं ऐसे ही उन खास 3 कारणों के बारे में जिन्हें जानने के बाद आप घर से निकलने से पहले माथे पर टीका लगाना कभी नहीं भूलेंगे।
आत्मविश्वास
मनोविज्ञानिकों की माने तो आपकी दोनों भोंहों के बीच का भाग जहां आप तिलक लगाते हैं अग्नि चक्र कहलाता है। इस भाग को थर्ड आई भी कहते हैं क्योंकि यहीं से आपके शरीर में शक्ति का संचार होता है। यही कारण है कि महिलाएं भी अपने माथे पर बिंदी इसी जगह लगाती हैं। इस जगह टीका लगाने से व्यक्ति का आत्मविश्वास बढ़ता है।
शांति और सुकून
माथे पर तिलक लगाने से व्यक्ति सुकून का अनुभव करता है। हल्दी के तिलक में एंटी बैक्टीरियल तत्व मौजूद होते हैं। जो कई तरह के रोगों से भी व्यक्ति को दूर रखते हैं।
उदासी दूर होती है
यह बात बहुत ही कम लोग जानते हैं कि चंदन की टीका माथे पर लगाने से दिमाग में सेराटोनिन और बीटा एंडोर्फिन का स्त्राव संतुलित तरीके से होता है। जिसकी वजह से व्यक्ति उदासी भूलकर खुश रहने की कोशिश करता है। जिसकी वजह से मनुष्य खुद को अच्छे कामों में व्यस्त रखने की कोशिश करता रहता है। जिसकी वजह से तनाव और सिरदर्द में भी काफी हद तक कमी आती है।