माघ मेला क्षेत्र में रेलवे के दो टिकट काउंटर बनाए गए हैं। दूर से आने वाले श्रद्धालु यहां से टिकट ले सकते हैं। यह सुविधा इसलिए की गई है कि संगम स्नान के बाद थक-हारकर रेलवे जंक्शन या रेलवे स्टेशन पहुंचकर लंबी लाइन में लगकर श्रद्धालुओं को टिकट न खरीदना पड़े। हालांकि जानकारी के अभाव में माघ मेला प्रयागराज के पहले स्नान पर्व पौष पूर्णिमा पर मेला में बने टिकट घर से मात्र नौ ही टिकट बिके।
अब दूसरे स्नान पर्व मकर संक्रांति पर स्पेशल ट्रेनों के संचालन की कार्ययोजना
पहले स्नान पर माघ मेला क्षेत्र से मात्र नौ टिकटों की बिक्री हुई। अन्य स्टेशनों से 25 हजार से ज्यादा टिकट बिके। रेलवे को लगभग 40 लाख की आमदनी हुई। रेलवे अब दूसरे स्नान मकर संक्रांति पर स्पेशल ट्रेनों के संचालन की कार्ययोजना बना रहा है। पौष पूर्णिमा में भीड़ कम आने से श्रद्धालु नियमित ट्रेनों से ही लौट गए। स्पेशल ट्रेन का संचालन नहीं करना पड़ा। रेलवे ने 12 ट्रेनें समय सारिणी से चलाने की योजना बनाई थी।
पौष पूर्णिमा पर सात स्पेशल ट्रेनों को समय सारिणी से चलाने की योजना थी
रेलवे ने पौष पूर्णिमा पर इलाहाबाद जंक्शन और इलाहाबाद छिवकी-नैनी स्टेशन से सात स्पेशल ट्रेनों को समय सारिणी से चलाने की योजना बनाई थी। प्रयागघाट स्टेशन से दो और इलाहाबाद सिटी-झूंसी स्टेशन से तीन ट्रेनें चलाई जानी थी। श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए मेला क्षेत्र में जो टिकट काउंटर खोला गया था। वह पर मात्र नौ टिकटों की बिक्री हुई। आश्रय स्थल में 6357, इलाहाबाद जंक्शन पर 14,324, नैनी में 805, इलाहाबाद छिवकी में 1,910 और एमईटीएम में 480 टिकटों की बिक्री हुई। प्रयागघाट, प्रयाग जंक्शन, इलाहाबाद सिटी और झूंसी स्टेशन पर लगभग दो हजार श्रद्धालुओं ने टिकट लिया।