महिला नहीं अजूबा है! सर्दी हो या गर्मी, 20 साल से रोजाना 14 घंटे पानी करती हैं ये काम

महिला नहीं अजूबा है! सर्दी हो या गर्मी, 20 साल से रोजाना 14 घंटे पानी करती हैं ये काम

कहते हैं कि जल ही जीवन है। नहाने से लेकर खाना बनाने तक हर चीज के लिए हमें पानी की जरूरत पड़ती है। लेकिन पश्चिम बंगाल के कटवा में एक महिला आंख खुलते ही पहले तालाब का रूख करती है। वह भी नहाने के लिए नहीं बल्कि अपनी बीमारी की वजह से ऐसा करने को मजबूर है।महिला नहीं अजूबा है! सर्दी हो या गर्मी, 20 साल से रोजाना 14 घंटे पानी करती हैं ये काम

कटवा जिले के गोवई गांव में रहने वाली एक महिला की उम्र करीब 60 साल है। महिला की मानें तो वह बीस साल से रोज सुबह उठते ही तालाब की ओर निकल पड़ती है। हर रोज बारह से 14 घंटे तालाब में ही रहती है और फिर शाम ढलते ही घर लौट आती है। महिला लगभग अपना पूरा दिन गले तक पानी में रहकर ही बिताती है। वह वर्ष 1998 से ऐसा कर रही हैं।

बीमारी से लड़ने को खोजा उपाय

घर वालों के मुताबिक महिला एक बिमारी की वजह से ऐसा करती है। उसकी त्वचा में काफी जलन होती है इसलिए वह अपना दिन का ज्यादातर हिस्सा तालाब में ही गुजारती है। आलम ये है कि वह खाना भी तालाब में ही खाती है।

महिला के बेटे का कहना है कि 20 साल पहले मम्मी की तबीयत खराब होने के कारण धूप में आते ही उनकी त्वचा जलने लगती थी और पानी में राहत मिल जाती थी। इस बीमारी की वजह से ही उन्होंने अपनी जिंदगी जीने का ये रास्ता खोज लिया और तालाब ही उनका अस्थाई आशियाना बन गया।

Powered by themekiller.com anime4online.com animextoon.com apk4phone.com tengag.com moviekillers.com