हनुमान जी की पूजा करने से सभी प्रकार के संकट दूर हो जाते हैं. उनके भक्त निर्भय हो जाते हैं. उन्हें किसी प्रकार का भय नहीं होता.
हनुमान जी की पूजा पुरुष और महिलाएं दोनों ही कर सकते हैं और दोनों को समान रूप से बजरंगबली वरदान भी देते हैं. लेकिन पंडित विनोद मिश्र के बताया कि चूकि हनुमान जी अखण्ड ब्रह्मचारी व महायोगी भी हैं, इसलिए सबसे जरूरी है कि उनकी किसी भी तरह की उपासना में ब्रह्मचर्य व इंद्रिय संयम को अपनाया जाए.
पंडित विनोद मिश्र के अनुसार हालांकि महिलाओं और पुरुषों के पास हनुमान जी की पूजा का समान अधिकार है, लेकिन महिलाओं के लिए कई नियम हैं.
हनुमान जी महिलाओं को माता के समान मानते थे, इसलिए कोई स्त्री उनके सामने झुके, यह उन्हें नहीं भाता. उनकी पूजा में कई ऐसे कार्य हैं जो महिलाएं नहीं कर सकतीं…
हनुमान जी की पूजा में महिलाएं न करें ये काम
1. जनेऊ अर्पित न करें.
2. अपने हाथों से सिंदूर न चढ़ाएं.
3. बजरंग बाण का पाठ न करें.
4. हनुमान जी को आसन न दें.
5. चोला भी न चढ़ाएं.
6. लंबे अनुष्ठान नहीं कर सकतीं.
7. रजस्वला होने पर हनुमान जी से संबंधित कोई भी कार्य नहीं कर सकतीं.
8. चरणपादुकाएं अर्पित न करें.
9. पंचामृत स्नान नहीं कराना चाहिए.
10. कपड़ों का जोड़ा समर्पित नहीं कर सकतीं.