महाराष्ट्र के साथ साथ राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में भी कोरोना के बढ़ते मामलों ने चिंता बढ़ा दी है। दिल्ली में दो महीने बाद कोरोना के 409 मामले सामने आए जबकि तीन लोगों की संक्रमण से मौत हो गई। दिल्ली में संक्रमण दर बढ़कर 0.59 फीसद हो गई है। दिल्ली में इससे पहले नौ जनवरी को कोरोना के 519 मामले आए थे। मौजूदा वक्त में दिल्ली में सक्रिय मरीजों की संख्या भी बढ़कर दो हजार से अधिक हो गई है।
ढाई माह में पहली बार 22 हजार से अधिक केस
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की मानें तो देश में एक दिन में कोरोना के 22,854 नए मामले सामने आने के बाद देश में संक्रमितों की संख्या बढ़कर 1,12,85,561 हो गई है। करीब ढाई महीने में सामने आए ये सर्वाधिक नए मामले हैं। इससे पहले 25 दिसंबर को 23,067 नए मामले सामने आए थे। देश में 126 और मरीजों की मौत के बाद मृतकों की संख्या बढ़कर 1,58,189 हो गई है।
96.92 फीसद पर आई रिकवरी रेट
देश में अभी 1,89,226 लोग कोरोना से संक्रमित हैं जो कुल मामलों का 1.68 प्रतिशत है। आंकड़ों के अनुसार, कुल 1,09,38,146 लोगों के संक्रमण मुक्त होने के साथ ही मरीजों के ठीक होने की राष्ट्रीय दर 96.92 प्रतिशत है। वहीं, महामारी से मृत्यु दर 1.40 प्रतिशत है। देश में पिछले साल सात अगस्त को संक्रमितों की संख्या 20 लाख, 23 अगस्त को 30 लाख और पांच सितंबर को 40 लाख से अधिक हो गई थी।
अब तक 22,42,58,293 नमूनों की जांच
भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आइसीएमआर) के अनुसार, देश में अब तक 22,42,58,293 नमूनों की कोरोना संबंधी जांच की गई है। इनमें से 7,78,416 नमूनों की जांच बुधवार को की गई थी।
महाराष्ट्र में सर्वाधिक मौतें
पिछले 24 घंटों के दौरान जिन 126 लोगों की मौत हुई है, उनमें 54 महाराष्ट्र, 17 पंजाब और 14 केरल के मामले हैं। कुल मौतों में भी महाराष्ट्र का आंकड़ा सबसे ऊपर है। वहां इस महामारी से अब तक 52,610 लोगों की मौत हो हो चुकी है। इसके बाद तमिलनाडु में 12,530 और कर्नाटक में 12,379 मरीजों की मौत हुई है।
केंद्र ने किया आगाह
इस बीच केंद्र सरकार ने लोगों से सावधान और सतर्क रहने तथा लापरवाही नहीं बरतने की सलाह दी है। नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) वीके पॉल ने गुरुवार को संवाददाता सम्मेलन में महाराष्ट्र में कोरोना के बढ़ते मामलों को चिंताजनक बताया। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र समेत अन्य राज्यों में कोरोना संक्रमण के नए मामलों में बढ़ोतरी पर हम बहुत चिंतित हैं। इस वायरस को हल्के में नहीं लें।
नागपुर में 15 से 21 मार्च तक लाकडाउन
नागपुर में 15 से 21 मार्च तक पूर्ण लाकडाउन की घोषणा कर दी गई है। इस दौरान वहां किसी को भी बाहर निकलने की अनुमति नहीं होगी। सिर्फ जरूरी वस्तुओं की दुकानें खुली रहेंगी। दरअसल नागपुर में बुधवार को एक ही दिन में कोरोना के 1,710 नए मामले सामने आए। इसे देखते हुए सरकार को सख्त कदम उठाने पर बाध्य होना पड़ा है।
उद्धव ने दिए खतरनाक संकेत
महाराष्ट्र में कोरोना रोगियों की संख्या में अचानक आई बढ़ोतरी को देखते हुए मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने राज्य के कुछ अन्य भागों में भी लाकडाउन के संकेत दिए हैं। गुरुवार को मुंबई के जेजे अस्पताल में कोरोना वैक्सीन की पहली डोज लेने के बाद पत्रकारों से बात करते हुए ठाकरे ने कहा कि कोरोना वैक्सीन बिल्कुल सुरक्षित है। लोगों को अपने मन में इसके प्रति कोई शंका नहीं पालनी चाहिए। उद्धव ने कहा कि राज्य में कोरोना का प्रभाव फिर से बढ़ता दिखाई दे रहा है। ऐसे में कुछ हिस्सों में सख्ती बरतने की जरूरत पड़ सकती है।
85 प्रतिशत से अधिक मामले छह राज्यों से
महाराष्ट्र, केरल, पंजाब, कर्नाटक, गुजरात और तमिलनाडु से लगातार कोरोना के ज्यादा मामले आ रहे हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने गुरुवार को बताया कि पिछले 24 घंटे में देश में सामने आए कुल मामलों में इन छह राज्यों की हिस्सेदारी 85.91 प्रतिशत रही। स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि राज्यों में उपचाराधीन मरीजों की संख्या में परिवर्तन देखा जा रहा है। केरल में उपचाराधीन मरीजों की संख्या में सबसे अधिक गिरावट तथा महाराष्ट्र में बढ़ोतरी देखी गई है।
19 राज्यों में कोई मौत नहीं
देश में पिछले 24 घंटे में 19 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों-गुजरात, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, असम, ओडिशा, गोवा, झारखंड, पुडुचेरी, लक्षद्वीप, सिक्किम, लद्दाख, मणिपुर, दमन एवं दीव और दादर एवं नगर हवेली, मेघालय, मिजोरम, नगालैंड, त्रिपुरा और अंडमान एवं निकोबार द्वीप समूह तथा अरुणाचल प्रदेश में कोरोना से किसी की मौत नहीं हुई।
बैतूल विधायक निलय डागा समेत 14 कोरोना संक्रमित
महाराष्ट्र की सीमा से सटे बैतूल जिले में कोरोना का संक्रमण लगातार बढ़ता जा रहा है। बैतूल विधायक निलय डागा भी कोरोना संक्रमण की चपेट में आ गए हैं। विधायक डागा ने इंटरनेट मीडिया पर स्वयं के कोरोना संक्रमित पाए जाने की सूचना देते हुए दो दिन में उनके संपर्क में आए लोगों सेजांच कराने की अपील भी की है। इसके अलावा मुलताई उपजेल में एक बंदी समेत 14 लोगों की कोविड जांच रिपोर्ट पाजिटिव आई है।
टीकाकरण ने भी पकड़ी रफ्तार
देश में अब तक 2.43 करोड़ कोविड वैक्सीन की डोज दी गई है। कोविड वैक्सीन की 71 फीसद डोज सरकारी अस्पतालों में लगाई गई है जबकि 28.77 फीसद डोज निजी अस्पतालों में लगाई गई है। मंत्रालय ने कहा कि देश में कोविड वैक्सीन की कोई कमी नहीं है। राज्यों को कितनी वैक्सीन देनी है। इसका फैसला मंत्रालय दैनिक आधार पर करता है।
कोवैक्सीन को रेगुलर इमरजेंसी यूज की अनुमति
केंद्र सरकार ने भारत बायोटेक की कोवैक्सीन के नियमित आपात इस्तेमाल की मंजूरी दे दी है। इस मामले में कोवैक्सीन भी सीरम इंस्टीट्यूट की कोविशील्ड के स्तर पर आ गई है। अब तक कोवैक्सीन को ट्रायल मोड के तौर पर आपात इस्तेमाल की मंजूरी मिली थी।
कम कीमत पर वैक्सीन खरीद की तैयारी
केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने बताया कि हमने कोविड वैक्सीन के मूल्य पर फिर से बातचीत की है। निर्धारित कीमत काफी कम है। देश में अब तक 4,78,168 सत्रों में 2,56,85,011 लोगों का टीकाकरण हुआ है। टीका लेने वाले लाभार्थियों में 71,97,100 स्वास्थ्यकर्मियों को पहली खुराक जबकि 40,13,249 को दूसरी खुराक दी गई है। अग्रिम मोर्चे पर काम करने वाले 70,54,659 कर्मियों को पहली खुराक जबकि 6,37,281 को दूसरी खुराक दी गई है।