महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव के तारीख का ऐलान हो चुका है। चुनाव में एक माह से भी कम वक्त बचा है। ऐसे में राज्य में सियासी माहौल चुनावमय हो चुका है। नेताओं का एक दल से दूसरे दल पलायन भी जारी है। इसी क्रम में एनसीपी को तगड़ा झटका लगा है।

राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी की कैज विधानसभा सीट से उम्मीदवार नमिता मूंदड़ा ने बीजेपी का दामन थाम लिया है। इसके साथ ही कांग्रेस विधायक कांशीराम पवारा और वंचित बहुजन अघाड़ी नेता गोपीचंद पडालकर भी सोमवार को पाला बदलकर भाजपा में पहुंच गए।
कांशीराम पवारा कांग्रेस के टिकट से श्रीपुर सीट से चुने गए थे। पडालकर ने अघाड़ी के टिकट पर सांगली से लोकसभा चुनाव लड़ा था लेकिन हार गए थे। संभावना है कि वह राकांपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री अजित पवार को बारामती विधानसभा सीट पर चुनौती दें। पडालकर और पवारा यहां मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और अन्य वरिष्ठ नेताओं की मौजूदगी में पार्टी में शामिल हुए।
राज्य के सीएम देवेंद्र फडणवीस ने इस मौके पर कहा कि पडालकर शेर हैं और यदि वह तैयार हों तो उन्हें बारामती सीट से टिकट दिलाया जा सकता है। बारामती को साल 1999 में एनसीपी के गठन के बाद से पार्टी का गढ़ माना जाता रहा है। बीजेपी की बीड से सांसद प्रीतम मुंडे और राज्य में मंत्री पंकजा मुंडे की मौजूदगी में नमिता मूंदड़ा ने बीजेपी ज्वाइन की । इसे एनसीपी चीफ शरद पवार के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है।
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