चुनाव आयोग ने कहा है कि महाराष्ट्र के राजुरा प्रशासन की ओर से स्वप्रेरणा से समय पर की गई कार्रवाई से राजुरा विधानसभा क्षेत्र में फर्जी मतदाता पंजीकरण पर रोक लग सकी। 2024 के विधानसभा चुनावों से पहले संशोधन प्रक्रिया के दौरान 6,861 आवेदन खारिज कर दिए गए थे।
राजुरा, चंद्रपुर के निर्वाचन पंजीकरण अधिकारी ने स्पष्ट किया है कि प्रशासन की त्वरित सतर्कता और कार्रवाई के कारण 70-राजुरा विधानसभा क्षेत्र में फर्जी मतदाता पंजीकरण के प्रयासों को सफलतापूर्वक रोका गया। आयोग ने कहा कि 1 से 17 अक्तूबर 2024 के दौरान नए मतदाता पंजीकरण के लिए 7,592 आवेदन आए।
बूथस्तरीय अधिकारियों के विस्तृत सत्यापन में गंभीर विसंगतियां पाई गईं। इनमें से 6,861 आवेदन आवेदकों के दिए गए पते पर न रहने, आवेदकों के न होने या उचित फोटोग्राफ और सहायक दस्तावेजों के अभाव जैसे कारणों से अमान्य पाए गए। इन आवेदनों को समय रहते अस्वीकृत किया गया और मतदाता सूची में प्रविष्टि नहीं की गई।
मामले को गंभीरता से लेते हुए जिला निर्वाचन अधिकारी ने निर्वाचक पंजीयन अधिकारी और उप-विभागीय अधिकारी, राजुरा को सभी आवेदनों की गहन जांच करने और कार्रवाई करने के निर्देश दिए। परिणामस्वरूप, राजुरा पुलिस स्टेशन में अपराध संख्या 629/2024 दर्ज किया गया और पुलिस विभाग आगे की जांच कर रही है। समय से किए गए हस्तक्षेप के कारण 6861 बोगस वोट निरस्त कर दिए, निर्वाचन अधिकारी स्वविवेक से मामला दर्ज कर कार्रवाई की।