सूत्रों ने बताया कि मंत्री पद और विभागों के बँटवारे को लेकर दोनों दलों के बीच फ़ार्मूला तय हो चुका है. उनके मुताबिक, दोनों दलों के अंदर मंत्रियों के नामों को लेकर अंदरुनी दिक़्क़त और खींचतान नहीं है.
महाराष्ट्र में एक महीने पुराने दो सदस्यों वाले मंत्रिपरिषद का विस्तार जल्द ही हो सकता है. बीजेपी आला सूत्रों के मुताबिक मंत्रिपरिषद के गठन की क़वायद पूरी हो चुकी है और विभागों के बंटवारे को लेकर शिंदे गुट के साथ पूरी तरह सहमति बन गई है. सूत्रों ने बताया कि मंत्री पद और विभागों के बँटवारे को लेकर दोनों दलों के बीच फ़ार्मूला तय हो चुका है. उनके मुताबिक, दोनों दलों के अंदर मंत्रियों के नामों को लेकर अंदरुनी दिक़्क़त और खींचतान नहीं है.
बता दें कि 30 जून को शिवसेना के एकनाथ शिंदे ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी. उनके साथ भाजपा के नए साथी देवेंद्र फडणवीस ने उप मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी. तब से दो लोगों की कैबिनेट ही राज्य में सरकार चला रही है. पिछले महीने एकनाथ शिंदे और फडणवीस ने शिवसेना के विधायकों को उद्धव ठाकरे से दूर खींचकर ठाकरे के नेतृत्व वाली महा विकास अघाड़ी सरकार को गिरा दिया था.
दोनों नेता (एकनाथ शिंदे और देवेंद्र फडणवीस) राज्य में मंत्रिपरिषद विस्तार के लिए लगातार मुंबई से दिल्ली की दौड़ लगा रहे थे ताकि अमित शाह और जेपी नड्डा से चर्चा कर मंत्रिमंडल बंटवारे पर छाए गतिरोध को तोड़ा जा सके लेकिन इसमें कामयाबी नहीं मिल रही थी लेकिन अब सूत्रों ने बताया है कि दोनों दलों की बीच इस मुद्दे पर सहमति बन गई है.
इस बात की चर्चा थी कि एकनाथ शिंदे गृह, वित्त और पीडब्ल्यूडी जैसे “बड़े” विभागों को अपने पाले में रखने के लिए अड़े हुए थे, जबकि नंबर दो स्थान पर रहने वाले फडणवीस, कई मलाईदार विभाग अपने पास रखना चाह रहे थे.