महाराष्ट्र के रविवार को लगातार पांचवें दिन पांच हजार से अधिक दैनिक मामले सामने आए। रविवार को राज्य में 5,753 नए संक्रमण के मामले रिपोर्ट किए गए। रविवार को सामने आए संक्रमण के नए मामलों में मुंबई की हिस्सेदारी 20 फीसदी रही, जहां 1,135 नए मामले रिपोर्ट हुए। महाराष्ट्र में अब तक कोरोना के 17,80,208 मामले रिपोर्ट किए गए हैं।
महाराष्ट्र में कोरोना वायरस के मामलों में बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है, जिसे देखते हुए सरकार सख्त हो गई है। राज्य सरकार ने चेतावनी दी है कि अगर लोग इस तरह कोरोना दिशानिर्देशों की अवहेलना करते रहे तो, राज्य में फिर से लॉकडाउन लागू किया जा सकता है।
दरअसल, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने रविवार को राज्य के लोगों से कोविड-19 के विरूद्ध अपनी सावधानियां कम नहीं करने तथा दूसरे लॉकडाउन से बचने के लिए स्वास्थ्य सुरक्षा नियमों का कड़ाई से पालन करने की अपील की। उन्होंने यह भी चेतावनी दी है कि यदि लोग सुरक्षा उपायों का पालन नहीं करते हैं, तो यह सुनामी की तरह दूसरी लहर को गति प्रदान कर सकता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वैसे उन्हें रात का कर्फ्यू लगाने की सलाह दी गई है लेकिन वह नहीं मानते कि ऐसी पाबंदियों को लागू कर कुछ भी हासिल किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि लॉकडाउन की शर्तों में ढील देने का मतलब यह नहीं है कि महामारी चली गई, इसलिए लोगों को सावधान रहने की जरूरत है।
एक वेबकास्ट के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि वैसे तो बड़े पैमाने पर लोग कोविड-19 सुरक्षा नियमों का पालन कर रहे हैं लेकिन अब भी कई अन्य मास्क लगाने के निर्देश का पालन नहीं कर रहे हैं और भीड़-भाड़ वाली जगहों पर घूम रहे हैं।
सीएम ने कहा, दिल्ली में तेजी से बढ़ रहे मामले चिंता का विषय हैं और अहमदाबाद में तो कर्फ्यू भी लग गया। मैं दूसरा लॉकडाउन नहीं चाहता लेकिन आपको भी स्थिति की गंभीरता समझनी चाहिए। उन्होंने कहा, मुझे रात का कर्फ्यू लगाने की सलाह दी गई है लेकिन मेरा यह मानना है कि कोई भी चीज ऐसी पाबंदियों से हासिल नहीं की जा सकती है।
ठाकरे ने कहा, आतिशबाजी मुक्त दिवाली मनाने के लिए मैं आपको धन्यवाद देता हूं। मैं अपनी मायूसी प्रकट करता हूं कि कई स्थानों पर कोविड-19 रोकथाम नियमों का पालन नहीं किया जा रहा है। उन्होंने कहा, मैं आपसे अनावश्यक इधर-उधर घूमन से बचने की सलाह देता हूं और यदि आपको बाहर जाना ही पड़े तो कृपया मास्क जरूर लगाएं और एक दूसरे से दूसरी बनाकर चलें।