राकांपा विधायक एवं अजीत पवार गुट के प्रवक्ता अमोल मिटकरी ने मंगलवार को आरोप लगाया कि महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) से जुड़े कार्यकर्ताओं के एक समूह ने उनकी कार में तोड़फोड़ की है। यह हमला अकोला के सरकारी विश्राम गृह परिसर में हुआ।
मिटकरी ने पुणे में हाल ही में हुए जलभराव को लेकर उप मुख्यमंत्री अजीत पवार पर निशाना साधने के लिए मनसे प्रमुख राज ठाकरे की आलोचना की थी। इसके बाद ही यह घटना सामने आई है। पुलिस ने अकोला जिला महिला शाखा की अध्यक्ष समेत मनसे के 13 कार्यकर्ताओं के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है।
मनसे कार्यकर्ता गुंडागर्दी करते हैं
हमले के बाद मिटकरी ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा वे महाराष्ट्र का नाम लेते हैं और इस तरह गुंडागर्दी करते हैं। यह कायरतापूर्ण हमला है। कहा कि हमले के समय मैं विश्राम गृह में था। कुछ लोग मुझसे मिलने आए थे। हमला मनसे कार्यकर्ताओं ने किया।
गौरतलब है कि राज ठाकरे ने सोमवार को पुणे में पत्रकारों से बात करते हुए अजीत पवार पर निशाना साधा था। ठाकरे ने व्यंग्यात्मक टिप्पणी करते हुए कहा था कि भले ही अजीत पवार पुणे में नहीं थे, लेकिन पुणे के बांध भर गए थे।
नाराज मनसे कार्यकर्ताओं ने मिटकरी की कार पर हमला बोला
राज ठाकरे की टिप्पणी के तुरंत बाद मिटकरी ने राज ठाकरे की आलोचना करते हुए कहा कि उन्होंने अपनी विश्वसनीयता खो दी है। माना जा रहा है कि मिटकरी के इसी बयान से नाराज मनसे कार्यकर्ताओं ने उनकी कार पर हमला बोला।