महाराष्ट्र के औरंगाबाद में पीएचडी छात्र ने खुद को आग लगा ली और फिर दूसरी छात्रा को पकड़ लिया। इस घटना में दोनों ही बुरी तरह झुलस गए हैं। ये दोनों डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर मराठवाड़ा यूनिवर्सिटी के स्टूडेंट हैं। बेगमपुरा पुलिस थाना के एक अधिकारी ने कहा दोनों को सरकारी मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है। छात्र 80 फीसदी जला है, जबकि छात्रा 40-50 फीसदी जली है।
पुलिस निरीक्षक प्रशांत पोतदार ने कहा कि गजानन मुंडे ने पहले खुद को आग लगाई फिर महिला को पकड़ लिया जिसके चलते वह भी झुलस गई। अधिकारी ने कहा कि यह घटना विश्वविद्यालय परिसर के पास हनुमान टेकड़ी इलाके में स्थित गवर्नमेंट इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस में सोमवार दोपहर को हुई। उन्होंने कहा कि दोनों विश्वविद्यालय के प्राणीविज्ञान विभाग में पीएचडी के विद्यार्थी हैं और छात्रा को उसके प्रोजेक्ट के लिए फॉरेंसिक साइंस कॉलेज में तैनात किया गया है।
असिस्टेंट प्रोफेसर के ऑफिस में बैठी थी छात्रा
प्रशांत ने बताया कि घटना के समय छात्रा एक असिस्टेंट प्रोफेसर के ऑफिस में बैठी थी कि मुंडे अचानक वहां पहुंचा और खुद के साथ-साथ छात्रा पर भी पेट्रोल उड़ेल दिया। मौके पर मौजूद असिस्टेंट प्रोफेसर के मुताबिक, महिला ने भागने की कोशिश की, लेकिन छात्र ने खुद को आग लगाने के बाद उसे पकड़ लिया। एक अधिकारी ने कहा कि इस मामले में आगे की जांच जारी है।
आग लगाने के बाद बंद कर दिया केबिन
रिपोर्ट के मुताबिक, मुंडे ने खुद को और छात्रा को आग लगाने के बाद केबिन का दरवाजा बंद कर दिया। इसके बाद हल्ला मचा तो दूसरे छात्र दौड़कर वहां पहुंचे। इन लोगों ने दरवाजा तोड़ा और फिर आग बुझाने की कोशिश की। हालांकि, इस समय तक दोनों काफी हद तक जल गए थे। दोनों छात्रों को इलाज के लिए तुरंत अस्पताल भेजा गया। इस मामले की जांच के लिए तीन सदस्यीय कमेटी का गठन किया गया है, जिसे 2 दिन के भीतर ही रिपोर्ट पेश करने के लिए कहा गया है।