दरअसल, अर्जुन ने ‘एबीसी न्यूज’ को दिए इंटरव्यू के दौरान कहा कि उन्हें बचपन से ही तेज गेंदबाजी करना पसंद है। इस दौरान जब अर्जुन से उनके रोल मॉडल के बारे में पूछा गया तो उन्होंने मिचेल स्टार्क और बेन स्टोक्स का नाम लिया। हालांकि जब उनसे पिता से मिली कोई सलाह के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, ‘पापा सिर्फ बिना डर के खेलने और टीम के लिए टीममैन और अपना शत प्रतिशत देने की बात करते हैं।’
अर्जुन मानते हैं कि उनके पिता के नाम की वजह से उनपर किसी भी प्रकार का कोई दबाव नहीं है। उन्होंने कहा, ‘मैं किसी प्रकार का दबाव नहीं लेता। जब गेंदबाजी करता हूं तो हर गेंद पर अपना सब कुछ झोंक देता हूं। वहीं, जब बल्लेबाजी करता हूं तो इस बात का चयन करता हूं कि किस बॉल पर शॉट खेलने हैं और किस पर संभल कर रहना है।’
मैच के बाद अंर्जुन ने कहा, ‘मैं बचपन से ही तेज गेंदबाजी को पसंद करता रहा हूं। मुझे लगा कि भारत में तेज गेंदबाज ज्यादा नहीं है। बड़े होने के साथ साथ में मजबूत भी हो रहा हूं मैं भारत के लिए एक तेज गेंदबाज के रूप में पहचान पाना चाहता हूं।’
टी-20 मैच में टीम इंडिया के क्रिकेटर्स क्लब की ओर से खेलते हुए अर्जुन ने अपने धुंआधार प्रदर्शन से सिर्फ 27 गेंदों पर 48 रन बना डाले। इतना ही नहीं अर्जुन ने गेदबाजी में भी अच्छा प्रदर्शन किया। इस दौरान उन्होंने चार विकेट हासिल किए। अर्जुन ने हॉन्ग कॉन्ग के खिलाफ यह शानदार प्रदर्शन किया।