हरिद्वार कुंभ को लेकर सीएम तीरथ सिंह रावत ने कहा कि महाकुंभ का आयोजन कोविड 19 की गाइडलाइन के अनुसार कराया जा रहा है। कुंभ में मां गंगा की अविरल धारा का बहाव है, उनका आशीर्वाद लेके जाएंगे तो, इससे कोरोना नहीं फैलना चाहिए। वहीं, उन्होंने कहा कि कुंभ की तुलना मरकज से करना ठीक नहीं है। मरकज में लोग एक ही हॉल में सोते थे। जबकि कुंभ केवल हरिद्वार तक सीमित नहीं है। मुख्यमंत्री वर्चुअल प्रेस कांफ्रेंस में पत्रकारों के सवालों का जवाब दे रहे थे।
उन्होंने कहा कि कुंभ मेला क्षेत्र ऋषिकेश से लेकर नीलकंठ क्षेत्र तक फैला है। स्नान के लिए 16 घाट हैं। अलग-अलग समय पर श्रद्धालु व साधु संत समाज के लोग स्नान कर रहे हैं। मरकज में एक ही हाल में कई कई लोग रहे। एक ही रजाई का अधिक लोगों ने इस्तेमाल किया। कुंभ की व्यवस्थाएं अलग हैं, इसलिए कुंभ की तुलना मरकज से करना सही नहीं है।
उन्होंने कहा कि शाही स्नान में अखाड़ों के संत समाज से लेकर लाखों की तादाद में श्रद्धालुओं ने हरिद्वार कुंभ 2021 में डुबकी लगाकर पुण्य कमाया।
सीएम ने कहा कि कोविड की विपरीत परिस्थितियों के बीच हमारी सरकार कुंभ को दिव्यता और भव्यता के साथ सुरक्षित ढंग से संपन्न कराया जा रहा है।
मेले में संत समाज की हर सुविधा का पूरा ध्यान रखा जा रहा है। उनके स्वागत में कोई कमी नहीं है। किसी श्रद्धालु को भी कहीं परेशानी का सामना ना करना पड़े इसके अधिकारियों को भी सख्त निर्देश दिए गए हैं।
उन्होंने कहा कि कुंभ में व्यवस्थाएं दुरुस्त करने के लिए हर अखाड़े के स्नान का समय निर्धारित है और श्रद्धालुओं के लिए भी अलग व्यवस्था की गई है। प्रदेश में टीका उत्सव के लिए व्यवस्थाएं पूरी की गई है और टीकाकरण को जिला से लेकर ब्लाक व न्याय पंचायत स्तर पर कराने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं।