बहुत से लोगों को कारों से अधिक लगाव होता है और वह कारों को मॉडिफाई करवाते रहते हैं। अगर आप भी कार मॉडिफाई करवाने के शौकीन हैं तो इस बात का ध्यान जरूर दें कि मॉडिफिकेशन से कार इंश्योरेंस प्रीमियम में इजाफा हो सकता है। मॉडिफिकेशन कुछ भी हो सकता है यह छोटा सा बदलाव हो सकता है या पूरी की पूरी कार ही बदली जा सकती है। इसलिए मॉडिफिकेशन करवाते वक्त इंश्योरेंस प्रीमियम के बारे में विचार करना हमेशा बेहतर होता है।
कार मोडफिकेशन
अधिकतर लोग कार को नॉर्मल से अलग दिखाने के लिए उसका मॉडिफिकेशन करते हैं। वहीं कुछ लोग कार की पावर और उसकी स्पीड में बदलाव के लिए भी मॉडिफिकेशन करवाते हैं। वहीं बहुत से कार डीलर भी अपनी तरफ से मॉडिफिकेशन की पेशकश करते हैं।
कार इंश्योरेंस
इंश्योरेंस कंपनी किसी भी कार का इंश्योरेंस और उसका प्रीमियम तय करने से पहले बहुत सी बातों पर ध्यान देती है। अधिकतर इंश्योरेंस कंपनी चोरी होने पर और दुर्घटना होने पर भुगतान करते हैं। मॉडिफिकेशन से पावर में बदलाव वाहन की चोरी होने की संभावना को बढ़ाते हैं, दुर्घटना का रिस्क बढ़ता है।
इंश्योरेंस कंपनी ने जिन मॉडिफिकेशन के बारे में बताया है उनमें इंजन, बॉडी-किट, स्पॉइलर, स्पोर्ट्स सीट्स आदि में बदलाव शामिल हैं। भारत में अधिकतर रोड एक्सीडेंट ओवरटेकिंग, हाई स्पीड और अन्य एक्सीडेंट-प्रोन एक्टिविटी के कारण होती हैं, इसलिए स्पीड बढ़ाने वाले बदलाव के चलते इंश्योरेंस प्रीमियम में इजाफा हो सकता है।
महत्वपूर्ण बदलाव
अपनी कार में कुछ महत्वपूर्ण बदलाव जैसे कार की पावर को बदलने के लिए ब्रेक और सशपेंशन को अपग्रेड करने पर इंश्योरेंस कंपनी को जरूर बताएं। इसके अलावा, स्टीयरिंग, पैडल और साउंड सिस्टम जैसे कार के इंटीरियर में बदलाव करते समय आपको इंश्योरेंस कंपनी को बताना होगा। अगर आप पहले से ही इंश्योरेंस कंपनी को बताएंगे तो भविष्य में कोई दावा करते वक्त आपको किसी भी प्रकार की दिक्कत नहीं होगी।