मध्यप्रदेश के आईपीएस डॉ मयंक जैन को भारत सरकार ने नौकरी से हटा दिया है। 15 मई 2015 को मयंक जैन के भोपाल, इंदौर, रीवा के निवास पर लोकायुक्त पुलिस ने छापा मारा था। इसके बाद राज्य सरकार ने उन्हें निलंबित कर दिया था।
लोकायुक्त छापे में उनके पास से आय से अधिक संपत्ति मिली थी। राज्य सरकार ने इसी साल 3 मार्च को उन्हें अनिवार्य सेवानिवृत्ति देने का प्रस्ताव भारत सरकार को भेजा था, जिसे भारत सरकार के गृह विभाग ने 13 अगस्त को मंजूर कर राज्य सरकार को सूचित कर दिया।
जानकारी के मुताबिक आईपीएस डॉ मयंक जैन एमबीबीएस गोल्ड मेडलिस्ट हैं। उन्होंने इसके बाद आर्थोपेडिक से मास्टर ऑफ सर्जरी की पढ़ाई भी की। इसके बाद उन्होंने आईपीएस की नौकरी ज्वाइन कर ली। उनके पिता, भाई और पत्नी भी डॉक्टर हैं। उनका भोपाल और रीवा में नर्सिंग होम भी है। लोकायुक्त की उज्जैन टीम ने 15 मई 2015 को उनके भोपाल, इंदौर और रीवा स्थित निवास पर छापा मारा था।