पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति और पीपीपी के सह-अध्यक्ष आसिफ जरदारी की मुश्किलें बढ़ गई हैं। कराची की एक अदालत ने शुक्रवार को अरबों रुपये के मनी लांड्रिंग मामले में उनके खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी कर दिया। डॉन अखबार के अनुसार, जरदारी और अन्य संदिग्धों को चार सितंबर से पहले कोर्ट में पेश करने का आदेश दिया गया है।
पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के प्रवक्ता फरहतुल्ला बाबर ने हालांकि कहा कि जरदारी के खिलाफ कोई वारंट जारी नहीं किया गया है। इस मामले में संघीय जांच एजेंसी जरदारी और उनकी बहन फरयाल तालपुर समेत 32 लोगों की जांच कर रही है। फर्जी खातों के जरिये अरबों रुपये के लेनदेन से जुड़े इस मामले में पिछले महीने जरदारी के करीबी सहयोगी हुसैन लवाई को गिरफ्तार किया गया था। इस मामले की 2015 से जांच चल रही है। इसमें उन 29 बेनामी खातों की जांच-पड़ताल की जा रही है, जिनसे लेनदेन किया गया था।