रीवा में हुए विमान हादसे के बाद दुर्घटना की जांच करने मुंबई ,भोपाल , दिल्ली से जांच टीम रीवा पहुंची है। टीम द्वारा घटनास्थल का बारीकी से निरीक्षण कर घटना के कारणों का पता लगाया जा रहा है। साथ ही दुर्घटना के पीछे की वजह के साथ-साथ अन्य पहलुओं की जांच भी की जा रही है जिससे हादसे की असली वजह का पता चल सके।
कोहरे की वजह से रीवा के उमरी गांव में गुरुवार की देर रात दो सीटर प्लेन मंदिर के शिखर से टकराकर क्रैश हो गया था। इस हादसे में पायलट विमल कुमार की मौत हो गई थी, जबकि ट्रेनी सोनू कुमार गंभीर रुप से घायल हो गया था। रीवा हवाई पट्टी पर फाल्कन ट्रेनिंग एकेडमी का प्लेन छात्रों को प्रशिक्षण दे रहा था। प्लेन ने गुरुवार रात उड़ान भरी थी। रात करीब 12 बजे पायलट लैंडिंग का प्रयास कर रहा था लेकिन कोहरे की वजह से वह रुट भटक गया। रनवे से एक किमी पहले प्लेन पहले पेड़ से फिर छत की बाउंड्रीवॉल से फिर पेड़ और आखिर में मंदिर के शिखर से टकराने के बाद गिर गया। हादसे में मंदिर का शिखर टूट गया और प्लेन का मलबा बिखर गया।
इस हादसे के बाद मौके पर एडीजी केपी व्यंक्टेश्वर राव और संभागायुक्त अनिल सुचारी सहित जिला कलेक्टर मनोज पुष्प, एसपी नवनीत भसीन मौके पर पहुंचने के साथ ही अस्पताल पहुंचकर बेहतर इलाज की सुविधा प्रदान किए थे। इस घटना के बाद प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने विमान हादसे के जांच के आदेश दिए दिए थे। जिसके बाद दिल्ली, मुंबई और भोपाल की सरकारी एजेंसियों की टीम शनिवार को घटनास्थल पर पहुंची और घटना की जांच शुरु कर दी है।
हालांकि जांच करने पहुंची टीम ने अभी इस घटना के पीछे की वजह को लेकर कुछ भी कहने से मना कर दिया है। उनके द्वारा घटनास्थल पर बारीकी से जांच कर सबूत जुटाए जा रहे है जिससे घटना की वजह पता चल सके।
रीवा में इससे पहले भी विमान हादसा हो चुका है। फाल्कन कंपनी का ही एक ट्रेनिंग प्लेन 13 फरवरी 2021 को लैंडिंग के समय रनवे से भटककर खेत में गिर गया था। हालांकि इस हादसे में कोई घायल नहीं हुआ था। खेत में गिरने के बाद प्लेन रुक गया था, जिससे उसमें सवार पायलट व ट्रेनी छात्र की जान बच गई थी।