मध्य प्रदेश: पराली जलाने पर अब होगी सख्त निगरानी

संभागायुक्त दीपक सिंह ने इंदौर संभाग में नरवाई (पराली) जलाने की घटनाओं को रोकने के लिए नया तंत्र विकसित करने की पहल की है। इसके तहत एनडीआरएफ, पुलिस और वन विभाग को भी महत्वपूर्ण भूमिका सौंपी जाएगी।

बैठक में बने नए निर्णय
बुधवार को हुई बैठक में संभागायुक्त सिंह ने डिविजन कमांडेंट होमगार्ड बी.पी. वर्मा को विस्तृत कार्ययोजना तैयार करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि केवल जागरूकता कार्यक्रम पर्याप्त नहीं हैं, बल्कि ऐसी तकनीक और व्यवस्था विकसित करनी होगी जिससे पराली जलाने की घटनाओं पर पूरी तरह रोक लग सके।

कई विभाग मिलकर करेंगे काम
इस कार्ययोजना में एनडीआरएफ के अमले के साथ वन विभाग की आग पर नियंत्रण की तकनीकों का उपयोग किया जाएगा। इसके अलावा पुलिस विभाग और पंचायत विभाग भी इसमें महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। जिला स्तरीय नियंत्रण कक्ष (कंट्रोल रूम) का गठन कर सभी विभागों को आपस में जोड़ा जाएगा।

प्रशिक्षण और कंट्रोल रूम से जुड़ाव
संभागायुक्त सिंह ने संयुक्त संचालक कृषि आलोक मीणा से कहा कि इंदौर में हार्वेस्टर के अत्यधिक उपयोग के कारण बड़ी मात्रा में पराली बचती है। इसलिए एनडीआरएफ और वन विभाग के अमले को विशेष प्रशिक्षण दिया जाएगा और उन्हें कंट्रोल रूम से जोड़ा जाएगा ताकि उनकी सेवाओं का सीधा लाभ मिल सके।

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