इन दो सीटों पर शिवराज सिंह की साख दांव पर लगी हुई है। इन्हें दिसंबर में होने वाले विधानसभा चुनावों का सेमीफाइनल माना जा रहा है। ऐसा कहा जा रहा है कि इस चुनाव में जिसकी जीत होगी, प्रभाव उसका बढ़ेगा। यह चुनाव शिवराज सिंह और ज्योतिरादित्य सिंधिया के बीच सीधा मुकाबला माना जा रहा है।
मुंगावली की सीट से कांग्रेस के विधायक महेंद्र सिंह कालूखेड़ा के निधन के बाद यह सीट खाली हुई है तो वहीं कोलारस की सीट से राम सिंह यादव का निधन के बाद उपचुनाव हो रहे हैं। दोनों विधानसभा सीटें, ज्योतिरादित्य सिंधिया के गुना लोकसभा सीट के अंतर्गत आते हैं।
इसी वजह से ज्योतिरादित्य सिंधिया ने दोनों सीटों पर अपनी पूरी ताकत झोंक दी थी। वह किसी भी हाल में बीजेपी को अपने इलाके में घुसने देना नहीं चाहते हैं। शिवराज सिंह ने भी सिंधिया के किले में सेंध लगाने की कोई कोर कसर नहीं छोड़ी थी।
कोलारस में 22 प्रत्याशी मैदान में हैं तो वहीं मुंगावली विधानसभा सीट से 13 प्रत्याशी अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। दोनों ही सीटों पर बीजेपी और कांग्रेस के बीच मुख्य मुकाबला माना जा रहा है।