पुलिस ने इस मामले से जुड़े आरोपियों के बारे में जानकारी देने वाले को पहले 10,000 रुपये और फिर 25,000 रुपये देने की घोषणा की थी। सागर के पुलिस अधीक्षक अमित संघी ने बताया कि सभी पुरुषों ने नाबालिग के साथ दुष्कर्म किया और जब उसने पुलिस को सब बताने की धमकी दी तो उन्होंने उसका गला दबाकर हत्या कर दी। इसके बाद उन्होंने उसका सिर धड़ से अलग करके शव को ठिकाने लगा दिया।
लड़की की चाची को घटना के बारे में पूरी जानकारी थी लेकिन उसने पुलिस को गुमराह करते हुए आरोपी अपने पड़ोसी पर लगा दिया। पुलिस ने नाबालिग की चाची के आरोप के आधार पर पड़ोसी से पूछताछ की लेकिन वह निर्दोष निकला। पुलिस को जानकारी मिली की पीड़िता का बड़ा भाई जो 20 साल के करीब है वह घटना में शामिल हो सकता है।
संघी ने कहा कि बड़ा भाई घर से गायब था ऐसे में छोटे भाई से सवाल किया गया जो 19 साल का है। जिसने अपराध को कबूल लिया। संघी ने कहा, ‘ऐसा लगता है कि बड़े भाई ने पहले भी पीड़िता के साथ दुष्कर्म किया है। घटना वाले दिन बड़े भाई को छोड़कर सभी काम से बाहर थे और इसका फायदा उठाकर उसने नाबालिग के साथ दुष्कर्म किया।’
उन्होंने कहा, ‘जब बड़ा भाई पीड़िता के साथ दुष्कर्म कर रहा था तभी दोनों भाई (नाबालिग सहित) भी वहां पहुंच गए। उन्होंने भी उसके साथ दुष्कर्म किया। इसी बीच लड़की का चाचा जो 40 साल का है वह वहां पहुंचा। उसने पहले सभी को डांटा और उसके बाद खुद भी दुष्कर्म किया।’