कपड़ा मिलों के दौर में इंदौर की तुलना इंग्लैंड की मैनचेस्टर सिटी से होती थी। धीरे धीरे सरकारों और नेताओं की गलती से इंदौर का वह गौरव खो गया। अब भाजपा सरकार में वह गौरव फिर लौट रहा है। इंदौर ने स्वच्छता में पूरी दुनिया में नाम कमाया और अब उद्योग, सौर ऊर्जा और अन्य क्षेत्रों में मिसाल कायम करने की बारी है। यह बातें इंदौर के कनकेश्वरी देवी मैदान में हुकुमचंद मिल के मजदूरों को राहत राशि देने के कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कही। कार्यक्रम में वे ऑनलाइन जुड़े।
पीएम मोदी ने कहा कई लोगों की तपस्या से मिल मजदूरों को यह राशि मिली है। आज मध्यप्रदेश में नई सरकार आने के बाद मेरा पहला कार्यक्रम है। डबल इंजन की सरकार एमपी में विकास को तेजी देगी। एमपी की नई टीम भविष्य में कई बड़ी उपलब्धियां हासिल करेगी। 224 करोड़ की राशि आज जो जारी हुई ये मिल मजदूरों के परिवार को मजबूती देगी। मेरे लिए चार जातियां सबसे महत्वपूर्ण हैं। युवा, गरीब, बहनें, किसान। इंदौर की तुलना पहले मैनचेस्टर से होती थी। हम उसी गौरव को वापस लौटाएंगे। इंदौर में हजारों करोड़ रुपए के निवेश से रोजगार को गति मिलेगी।
इससे पहले कार्यक्रम में महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने कहा इंदौर अब खेलों पर फोकस करेगा और स्पोर्ट्स का नया केंद्र बनेगा। राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने कहा मैं भूल जाता हूं कि मैं इंदौर का विधायक हूं। याद नहीं रहता एक नंबर का विधायक हूं। कैलाश ने कहा विधायक मधु वर्मा ने बड़ा शिकार किया। उनका आशय चुनाव में जीतू पटवारी की हार से था जिन्हें मधु वर्मा ने हराया है। कैलाश बोले मुख्यमंत्री मोहन यादव ने सबसे पहले हुकुमचंद मिल मजदूरों की बकाया राशि स्वीकृत की। वे खुद मजदूर के बेटे हैं इसलिए उन्होंने मजदूरों का दर्द पहचाना। 32 साल मजदूरों ने संघर्ष किया। अब इंदौर अगले पांच साल में नया इंदौर बनेगा।