आप सभी को बता दें कि मकर संक्रांति का त्यौहार आ चुका है जिसकी तैयारियां शुरू काफी दिनों से हो गईं हैं. ऐसे में मकर संक्रांति का त्यौहार इस बार 14 और 15 जनवरी को मनाया जाने वाला है. कहते हैं यह त्यौहार पवित्र नदियों में स्नान करने का माना जाता है और इस दिन लोग गुड़-तिल का दान करना शुभ माने है. ऐसे में इस दिन को लेकर ऐसा माना जाता है कि गंगा स्नान करने से सभी पाप धूल जाते हैं और दान करने से लाख गुना लाभ प्राप्त हो जाता है.
आप सभी को बता दें कि इस त्यौहार को स्नान और दान का त्यौहार मानते हैं. आप सभी को बता दें कि मकर संक्रांति के दिन गुड़-तिल और खिचड़ी का भोग सूर्य देव को लगाया जाएगा. वहीं अगर आप गंगा सागर जाकर स्नान करते हैं तो आपको 10 अश्वमेध यज्ञ के बराबर और एक हजार गाय के बराबर पुण्य मिलेगा. आप सभी को बता दें कि इस बार प्रयागराज में शाही स्नान का आयोजन किया जा रहा हैं और ऐसे में आप प्रयाग राज में स्नान करके पुण्य प्राप्त कर सकते हैं. इसी के साथ अगर आप ऋषिकेश या फिर काशी में स्नान करके आप पुण्य प्राप्त कर सकते हैं. जी हाँ, वह स्नान भी आपके लिए लाभकारी होगा. इस बार मकर संक्रांति का पुण्य काल का मुहूर्त सुबह 7:15 मिनट से लेकर 12:30 मिनट तक का हैं और 15 जनवरी को महापुण्य काल का मुहूर्त 7:15 मिनट से लेकर 9:15 मिनट तक रहेगा.
ऐसे में अगर आप पुण्य कामना चाहते हैं तो आप जहां स्नान करें वहां नहाने से पहले आप पानी में त्रिभुज का निशान बना ले और उसके अंदर ‘श्रीं’ लिख दे, श्रीं यानि देवी माँ लक्ष्मी का मंत्र है. इसके बाद पानी में तीन डुबकी लगाते हुये ‘गंगे च यमुने चैव गोदावरि सरस्वति। नर्मदे सिंधु कावेरि जलेऽस्मिन् सन्निधिं कुरु।।’ मंत्र का जाप करे. वहीं अगर आप अपने घर पर ही स्नान कर रहे हैं तो इस मंत्र को बोल कर तीन मग पानी अपने ऊपर डाल लें.