कर्नाटक के 27 वर्षीय विस्फोटक बल्लेबाज मयंक अग्रवाल अपने बल्ले से धमाल कर सुर्खियों में है। हर कोई मयंक के चार दिनी और एकदिनी क्रिकेट में बेखौफ बल्लेबाजी कर इस घरेलू क्रिकेट सीजन में फर्स्ट क्लास में मिलाकर कुल दो हजार से ज्यादा रन बना चुके हैं।
मयंक विजय हजारे वन-डे ट्रॉफी में तीन सेंचुरी और तीन हाफ सेंचुरी जड़ कर कर्नाटक को फाइनल में पहुंचा कर वन डे के लिए श्रीलंका में अगले महीने होने वाले तीन देशों के टी-20 टूर्नामेंट टीम इंडिया में स्थान पाने की दावेदारी पेश कर चुके हैं। रणजी ट्रॉफी में पांच सेंचुरी सहित 1160 रन, मुश्ताक अली ट्रॉफी में कुल 258 और विजय हजारे ट्रॉफी में सेमीफाइनल अब तक सात मैचों में तीन शतकों और तीन अर्द्धशतकों से 633 रन (109, 84, 28, 102, 89, 140, 81) सहित कुल दो हजार से ज्यादा रन बना चुके हैं।
मयंक विजय हजारे ट्रॉफी में पिछले सीजन में सबसे ज्यादा 607 रन बनाने के बाद विराट कोहली, दिनेश कार्तिक और रॉबिन उथप्पाके रिकॉर्ड को तोड़ चुके हैं। अब सोमवार को खेले जाने वाले विजय हजारे ट्रॉफी में वह बल्ले से एक और दमदार प्रदर्शन कर कर्नाटक को फाइनल जिताकर टीम इंडिया में दावेदारी और मजबूत करने को बेताब होंगे।
मयंक के इस प्रदर्शन से सीनियर राष्ट्रीय क्रिकेट चयन समिति के अध्यक्ष एमएसके प्रसाद बेहद प्रभावित हैं। फिरोजशाह कोटला मैदान पर उनकी इस बेहतरीन पारी को देखकर बोर्ड के एक आला अधिकारी ने ऐसे संकेत दिए हैं मयंक को श्रीलंका दौरे के लिए भारतीय सीनियर टीम में जगह मिल सकती है। खुद मयंक अपनी कामयाबी का श्रेय खुले खुद अपने खेल को आंक कर खुले दिमाग से खेलने को देते हैं। मयंक की माने तो उनकी इस सीजन में कामयाबी का सबब उनकी बेखौफ बल्लेबाजी है।