हमारे जीवन में शुभ अशुभ का विशेष महत्व है। हिंदू धर्म में किसी भी कार्य को करने से पहले शुभ समय और शुभ वार को देखा जाता है। यह परंपरा सदियों से चली आ रही है। आइए जानते हैं कि किस दिन कौन सा कार्य करना चाहिए और कौन सा नहीं।
रविवार को सूर्य का प्रभाव अधिक होता है। कहा जाता है कि अगर किसी रोग के लिए नई औषधि का आरंभ करना है तो रविवार से कर सकते हैं। नया वाहन इस दिन खरीद सकते हैं। रविवार के दिन सोना, तांबा खरीद सकते हैं या धारण कर सकते हैं। इस दिन बिजली का सामान भी खरीद सकते हैं। सोमवार के दिन कृषि संबंधी नया कार्य प्रारंभ कर सकते हैं। वस्त्र-आभूषण का क्रय-विक्रय इस दिन शुभ होता है।
मंगलवार को लिया गया ऋण चुकाना काफी मुश्किल हो जाता है। अगर आप किसी को ऋण देना चाहते हैं तो बुधवार को दें। इस दिन दिया हुआ ऋण जल्दी वापस आ जाता है। बुधवार के दिन विद्या अध्ययन, बहीखाता, निर्माण कार्य शुभ माना जाता है। बुधवार को जमा किए धन में बरकत रहती है। बुधवार का दिन यात्रा के लिए उचित माना जाता है।
गुरुवार को सबसे ज्यादा शुभ दिन माना जाता है। इस दिन धर्म संबंधी कार्य, कानूनी कार्य, मांगलिक कार्य आदि किए जा सकते हैं। शुक्रवार को प्रेम व्यवहार, मित्रता, खेती करना शुभ माना जाता है। शनिवार को भगवान शनि का प्रभाव सबसे अधिक होता है। इस दिन गृहप्रवेश या निर्माण कार्य नहीं करना चाहिए। शनिवार के दिन तेल, लकड़ी, कोयला, नमक, लोहा या लोहे की वस्तु क्रय नहीं करनी चाहिए। रविवार, मंगलवार और गुरुवार को भोजन में नमक का प्रयोग नहीं करना चाहिए।