उत्तर प्रदेश के श्रम एवं सेवायोजन मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य ने बहराइच जिले में बहुजन समाज पार्टी (बसपा) अध्यक्ष मायावती पर जमकर जुबानी हमला बोला। उन्होंने कहा कि मायावती महाभ्रष्ट हैं, अगर उनको ‘भ्रष्टाचार की देवी’ कहा जाए तो ये नाम भी छोटा पड़ जाएगा। मौर्य ने कहा कि नसीमुद्दीन सिद्दीकी और मायावती दोनों एक ही थाली के चट्टेबट्टे थे। सिद्दीकी वसूल कर लाते थे और मायावती खुशी से ले लेती थीं। अब दोनों में कोई बात खटक गई, जिसके चलते सिद्दीकी को बाहर जाना पड़ा।
बहराइच पहुंचे योगी सरकार के मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य ने मीडिया से बात करते हुए कहा, “बसपा मुखिया मायावती का खेल तो उसी समय खत्म हो गया, जिस समय मैंने अपनी राजनीति से मायावती को बर्खास्त किया। जिस दिन मैंने इस्तीफा दिया, उसी दिन मायावती पहले पायदान से तीसरे पायदान पर चली गईं और उनका हाथी उसी दिन से कोमा में चला गया है, उस दिन से खड़ा नहीं हो पा रहा है।”
उन्होंने कहा, “मायावती कांशीराम जी के विचारों की हत्या कर रही हैं। मेरे इस्तीफा देने के बाद मायावती का चिट्ठा लगातार खुलता जा रहा है, जिसके चलते मायावती जी पैदल हो चुकी हैं। मायावती को किसी से कोई मतलब नहीं। उनको जो भी नोट की गड्डियां देगा, वो मायावती की नाक का बाल होगा।”
वह यही नहीं रुके, उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा, “मायावती कितनी महाभ्रष्ट है अगर उनको भ्रष्टाचार का देवी कहा जाए तो भी ये छोटा नाम पड़ जाएगा। नसीमुद्दीन सिद्दीकी मायावती के इतने करीबी थे कि उन्हें चाहे नाक का बाल कहिए, चाहे दाहिना हाथ कहिए। इसलिए वह मायावती के बारे में जो भी कह रहे हैं, सच कह रहे हैं और सच के सिवा कुछ भी नहीं है।” प्रभारी मंत्री ने सतीश चंद्र मिश्रा पर भी जमकर जुबानी हमला बोला। उन्हांेने कहा कि मिश्रा ‘अब सब बोले तो बोलबे करै, अब चलनियों बोले जेकरे बहत्तर छेद।’ वह हजारों करोड़ रुपये की लागत से मेडिकल कॉलेज बनाए हुए हैं। ऐसा तो कोई भी नहीं बना सकता।