घर की ख़ुशी में वास्तु का बहुत महत्व है। घर की खुशहाली और समृद्धि के लिए ईशान कोण का दोषमुक्त रहना सबसे जरूरी बताया गया है। परंतु कई बार घर बनवाते वक्त जानकारी नहीं हो पाने के कारण न चाहते हुए भी कुछ दोष उत्पन्न हो ही जाते हैं।
घर में दिशा का रहे ध्यान:
यदि आपके घर में भी इस दिशा में टॉइलट है तो यहां एक एक पौधा रखें तो नेगेटिव एनर्जी को अवशोषित करके उस स्थान को शुद्ध कर सके। टॉइलट में एक कटोरे में समुद्री नमक भरकर रखें।
उत्तर-पूर्व में किचन का होना भी वास्तु के हिसाब से सही नहीं है। दरअसल इस दिशा में देवताओं का वास होने के कारण यह पॉजिटिव और रचनात्मक ऊर्जा से भरी रहती है।
अगर आपके घर में उत्तर-पूर्व दिशा में ऊपर की ओर वाटर टैंक रखा गया है तो इसे लाल रंग से पेंट करवा दें। हो सके तो इसे दक्षिण-पश्चिम दिशा में स्थानान्तरित कर दें।
अगर आपके घर में उत्तर-पूर्व में सीढ़ी बनी है तो दो तांबे के कछुए लेकर एक-दूसरे की ओर मुंह करते हुए सबसे नीचे वाली सीढ़ी के नीचे की ओर रखें। ऐसा करने से यह दोष काफी हद तक कम हो जाएगा।