आप सभी को बता दें कि इस साल 2 जुलाई 2010 को सूर्य ग्रहण लगने जा रहा हैं जबकि 17 जुलाई को चंद्रग्रहण लग रहा हैं. वही दो जुलाई को लगने जा रहा सूर्य ग्रहण भारत में नजर नहीं आएगा. इसी के साथ चंद्र ग्रहण भारत के साथ साथ कई देशों में नजर आ सकता हैं वही सूर्य का प्रकाश जब चंद्रमा की वजह से पृथ्वी तक नहीं पहुंच पाता हैं तो उसे सूर्यग्रहण माना जाता हैं. आप सभी को बता दें कि अगर आप इस दौरान इन बातों का ध्यान रखेंगे तो आपको लाभ होगा. जी हाँ, वहीं इस दौरान खासकर गर्भवती महिलाओं को अपने बच्चे को ग्रहण के असर से बचाकर रखना बहुत ही जरूरी होता हैं, वही आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि सूर्यग्रहण के समय किन किन बातों का गर्भवती महिलाओं को ध्यान रखना चाहिए तो आइए जानते हैं.
आप सभी को यह भी बता दें, कि ग्रहणकाल के दौरान या उसके मध्य समय में भोजन करना, पकाना, सोना ,सजना संवरना नहीं करना चाहिए. इसी के साथ ऐसी मान्यता है कि ग्रहण काल के समय गर्भवती महिलाओं को सब्जी काटना, कपड़े सीना आदि से बचना चाहिए क्योंकि इससे बच्चे को शारीरिक दोष हो सकता हैं. इसी के साथ ग्रहण के दौरान घर से बाहर भी नहीं निकलना चाहिए और ग्रहण के दर्शन तो भूलकर भी नहीं करना चाहिए.
ऐसी भी मान्यता हैं कि ग्रहण खत्म होने के बाद गर्भवती महिला को जरूर नहा लेना चाहिए क्योंकि इससे उनके शिशु को त्वचा संबंधी रोग लग सकता हैं वही ग्रहण के नकारात्मक प्रभाव से बचने के लिए गर्भवती महिला को तुलसी का पत्ता जीभ पर रखकर हनुमान चालीसा और दुर्गा स्तुति का पाठ अवश्य ही करना चाहिए क्योंकि यह सबसे लाभदायक माने जाते हैं.