योगी ने गायों की सेवा और उन्हें सुरक्षित रखने के उद्देश्य से गोशालाएं खुलवाईं थीं। मगर ये गोशालाएं गोवंश के लिए मौत शाला बन गईं हैं। ये ऐसी सरकारी कसाईखाना बन गईं हैं, जहां गाय भूख से, प्यास से तड़प-तड़प कर मर रहीं हैं और उनके शरीर में कीड़े पड़ गए हैं। गोशाला में गायों के मरने के बाद या तो उन्हें अंदर या फिर आसपास दफन कर दिया जाता है