एजेंसी/ मुंबई : महाराष्ट्र सदन के मसले पर भ्रष्टाचार करने और मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप में जेल में बंद पूर्व लोकनिर्माण मंत्री छगन भुजबल की मुश्किलें बढ़ गई हैं। इस दौरान एसीबी ने छगन भुजबल सहित करीब 12 लोगों के विरूद्ध आय से अधिक संपत्ती के मसले पर एफआईआर दर्ज कर दी गई है। दरअसल इस मामले में भुजबल परिवार को भी आरोपी बना दिया गया है। इस तरह के भ्रष्टाचार के मामले में भुजबल पर कई तरह की धाराऐं आरोपित की गई हैं।
दरअसल भुजबल ने 15 वर्ष के कार्यकाल में 204 करोड़ 73 लाख 38 हजार 801 रूपए कमाए दरअसल ये इतनी बड़ी रकम थी जो वे अपने राजनीतिक सेवा काल में नहीं कमा सकते थे ऐसे में उन पर अनुपातहीन संपत्ती के मामले में जांच की गई।
एफआईआर के अनुसार भुजबल ने 1 अप्रैल 1999 से 16 सितंबर 2014 के मध्य 203 करोड़ 24 लाख रूपए गैरकानूनी तरह से अर्जित किए। इस मामले में छगन भुजबल के ही साथ पंकज भुजबल, समीर, मीना, विशाखा भुजबल, सुनील नाईक, सुरेश जाजोदिया, प्रवीण कुमार जैन, संजीव जैन, जगदीश प्रसाद पुरोहित, कपिल पुरी आदि पर आरोप दायर किए गए हैं।