‘भारत के लोकतंत्र की जड़ें प्राचीन काल से ही काफी मजबूत रही है: लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला

लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला ने कहा है कि भारत में लोकतंत्र काफी मजबूत है. उन्होंने कहा कि भारतीय समाज के लोकतांत्रिक चरित्र को न तो मुगल शासक और न ही ब्रिटिश नुकसान पहुंचा सके. ग्रेटर नोएडा की गौतम बुद्ध यूनिवर्सिटी में उन्होंने एक कार्यक्रम के दौरान ये बातें कहीं.

ओम बिड़ला ने कहा कि दुनिया के हर कोने से भारत की देवभूमि पर लोग आए. उन्होंने यहां आकर मानवता के मूल्यों और भाईचारे को समझने की कोशिश की. समाचार एजेंसी के मुताबिक ओम बिड़ला ने कहा, ‘भारत के लोकतंत्र की जड़ें प्राचीन काल से ही काफी मजबूत रही हैं. इसलिए भारत में शासन करने वाले मुगल और उसके बाद ब्रिटिश भी भारतीय समाज के लोकतंत्र को नुकसान नहीं पहुंचा सके.’

उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में मीडिया की अहम भूमिका है. भारत में स्वतंत्रता संग्राम के दौरान भी लोगों को प्रभावित करने के लिए मीडिया का इस्तेमाल किया गया था.

बिड़ला ने कहा कि हमारी संस्कृति सनातन है. भारतीय संस्कृति के कारण हमारे देश की विश्व में आज विशिष्ट पहचान है. हमारी संस्कृति मानवीय मूल्यों और भाईचारे का संदेश देती है.

उन्होंने कहा कि आज तकनीकी क्षेत्र में बड़ा बदलाव आया है. जिसे हम सोशल मीडिया के क्षेत्र में देख सकते हैं. आज मीडिया के अंतर्गत फेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम और वॉट्सऐप जैसी चीजें शामिल हो गई हैं. ऐसे में इनका सही इस्तेमाल करना एक बड़ी चुनौती है.

लोकसभा में शुक्रवार को महिलाओं की सुरक्षा पर चर्चा के दौरान जमकर हंगामा हुआ. इस दौरान लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला कुछ सांसदों के व्यवहार से काफी नाराज दिखे. हंगामे के बाद ओम बिड़ला जब सांसदों को समझा रहे थे तो इसी दौरान एक सांसद ने कुछ टिप्पणी की.

इसके जवाब में ओम बिड़ला ने कहा कि आप मुझे बैठे-बैठे आदेश मत दिया करें. इनको बुला लो …उनको बुला लो. बैठकर आदेश देने की व्यवस्था को बंद कर दो. नहीं तो मैं आपको सदन से बाहर निकालने के लिए कहूंगा. ऐसे नहीं चलने वाला.

लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला ने सांसदों से कहा कि मैं आपसे एक सवाल पूछना चाहता हूं. राजनीतिक टिप्पणी करने के बाद वेल में आकर किसी को धमकाना सही है क्या. स्पीकर जब बोल रहे थे इस दौरान कुछ सांसद हंगामा कर रहे थे. एक सांसद से ओम बिड़ला ने कहा कि आप बैठिए. मैं जब बोल रहा हूं तो सारा सदन क्यों बोल रहा है.

Powered by themekiller.com anime4online.com animextoon.com apk4phone.com tengag.com moviekillers.com