बॉलीवुड एक्ट्रेस कंगना रनौत अपनी बेबाकी से सभी का मुंह बंद करने वाली एक्ट्रेस रही हैं. चाहें सोशल मीडिया हो या फिर कोई दूसरा प्लेटफॉर्म, कंगना रनौत बिना किसी हिचकिचाहट से अपने हिस्से का सत्य सबके सामने रखती हैं. पिछले कुछ समय से कंगना बॉलीवुड में फैल रहे नेपोटिज्म और ग्रुपिज्म के खिलाफ अपनी आवाज बुलंद करती नजर आईं हैं. पर बवाल तब बढ़ गया जब उनके और संजय रावत के बीच जुबानी जंग तेज हो गई. इसके मद्देनजर कंगना ने केंद्र सरकार से मदद मांगी थी और कहा था कि उन्हें सुरक्षा चाहिए. अब केंद्र सरकार द्वारा उनकी इस विनती को स्वीकार कर लिया गया है.
केंद्र सरकार द्वारा कंगना को मुंबई में वाई श्रेणी की सुरक्षा दे दी गई है. कंगना इस बात से बेहद खुश नजर आ रही हैं. कंगना रनौत ने ये खुशखबरी अपने ऑफिशियल ट्विटर पर शेयर की और उन्होंने अमित शाह का शुक्रिया अदा किया. उन्होंने लिखा- ये प्रमाण है की अब किसी देशभक्त की आवाज को कोई फ़ासीवादी नहीं कुचल सकेगा. @AmitShah जी की आभारी हूँ. वो चाहते तो हालातों के चलते मुझे कुछ दिन बाद मुंबई जाने की सलाह देते मगर उन्होंने भारत की एक बेटी के वचनों का मान रखा. हमारे स्वाभिमान और आत्मसम्मान की लाज रखी, जय हिंद.
बता दें कि बहुचर्चित सुशांत सिंह राजपूत मामले में कंगना रनौत ने शुरू से अपनी आवाज बुलंद रखी है. उन्होंने बॉलीवुड माफिया, नेपोटिज्म और ड्रग्स के मुद्दे पर खुलकर अपनी बात रखी मगर इस दौरान वे राजनैतिक पार्टियों संग भी विवाद में फंस गईं. शिवसेना के नेता संजय राउत और कंगना के बीच जुबानी जंग हो गई. संजय राउत ने कंगना को मुंबई न आने की नसीहत दी थी. इस पर कंगना ने मुंबई आने का चैंलेंज किया था. इसके बाद कंगना ने एक वीडियो भी शेयर किया था. इसमें उन्होंने कहा था कि संजय राउत का मतलब महाराष्ट्र नहीं है.
इससे पहले भी एक नेता ने कंगना के संदर्भ में ये बात सोशल मीडिया पर रखी थी कि कंगना जब इतने बड़े-बड़े खुलासे कर रही हैं तो उन्हें कम से कम सुरक्षा तो मिलनी ही चाहिए. इस पर कंगना ने रिएक्ट किया था और कहा था कि उन्हें मुंबई पुलिस की सुरक्षा नहीं चाहिए. उन्हें या तो हिमाचल प्रदेश सरकार की तरफ से या फिर केंद्र सरकार की तरफ से सुरक्षा दी जाए. होम मिनिस्ट्री ने कंगना की दरख्वास्त पर गौर करते हुए उन्हें वाई श्रेणी की सुरक्षा दे दी है.