एजेंसी/ लाहौर : भारत और ईरान के बीच हुए चाबहार समझौते के मामले में अब अमेरिका के बाद पाकिस्तान भी कूद गया है। पाकिस्तान का कहना है कि इस डील से उसे आंतरिक सुरक्षा का खतरा है। इससे पहले अमेरिका भी कह चुका है कि यह डील अंतर्राष्ट्रीय नियमों का उल्लंघन है। पाक के दो पूर्व रक्षा सचिवों का कहना है कि भारत-ईरान-अफगानिस्तान के बीच हुआ यह गठबंधन पाकिस्तान की सुरक्षा के लिए खतरा है।
तीनों देशओँ के साथ आने से पाकिस्तान अलग-थलग पड़ सकता है। डॉन अखबार में प्रकाशित खबर के अनुसार, पाक के पूर्व रक्षा सचिव लेफ्टिनेंट जनरल आसिफ यासीन मलिक सुरक्षा के संबंध में आयोजित एक वर्कशॉप में कहा कि इस गठबंधन से पाकिस्तान को खतरा है। उन्होने कहा कि मुझे लग रहा है कि पाकिस्तान अलग पड़ता जा रहा है, इसके लिए एक ओर तो पाकिस्तान की खुद की गलतियां है, तो वहीं दूसरी ओर अन्य देशों की प्रतिकूल नीतियां है।
एक और रिटायर्ड जनरल ने कहा कि पड़ोस में ऐसा गठबंध काफी खतरनाक हो सकता है। इसके दूरगामी प्रभाव पड़ सकते है। इन तीन देशों के गठबंधन से आर्थिक एकीकरण, आंतरिक सुरक्षा की बहाली और शांत सीमा संबंधी पाकिस्तान की योजनाओं पर असर पड़ सकता है। इससे पहले पाकिस्तान ने संकेत दिए थे कि वो अपने ग्वादर बंदरगाह को चारबाह से जोड़ सकता है।
पाकिस्तान के विदेश मामलों के सलाहकार सरताज अजीज ने कहा था कि पाकिस्तान वैसे प्रोजेक्टस का स्वागत करता है, जो स्थानीय क्षेत्रों को जोड़ने का काम करते है।