सेना का टी-90 टैंक दुश्मनों पर और अधिक ताकत से प्रहार कर सकेगा। रक्षा मंत्रालय ने थलसेना के लिए टैंक रोधी मिसाइलें खरीदने के लिए सरकारी कंपनी भारत डायनेमिक्स लिमिटेड (बीडीएल) के साथ समझौते पर हस्ताक्षर किए।
इस अनुबंध पर रक्षा मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों और बीडीएल के प्रतिनिधियों ने नई दिल्ली के साउथ ब्लाक में रक्षा सचिव राजेश कुमार सिंह की उपस्थिति में हस्ताक्षर किए।
बयान में कहा गया है कि ‘खरीदें (भारतीय)’ श्रेणी के तहत 2,095.70 करोड़ रुपये की कुल लागत से इनवार एंटी टैंक मिसाइलें खरीदी जाएंगी। इनवार एंटी टैंक मिसाइलों की खरीद से भारतीय सेना की बख्तरबंद रेजिमेंटों के मुख्य आधार टैंक टी-90 की मारक क्षमता और मारक क्षमता में वृद्धि होगी।
इनवार उन्नत लेजर-गाइडेड एंटी-टैंक मिसाइल है। इसकी मारक क्षमता अचूक है। यह सेमी-आटोमेटिक नियंत्रण प्रणाली, लेजर बीम राइडिंग, जैमिंग प्रतिरोधक क्षमता से लैस है।
इनवार एंटी टैंक मिसाइलों को बख्तरबंद वाहनों को नष्ट करने के लिए टी90 टैंक की गन बैरल से दागा जाएगा। यह 70 किमी प्रति घंटे की गति से स्थिर और गतिशील लक्ष्यों को नष्ट करने में सक्षम है। इसकी रेंज पांच हजार मीटर है।
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