भारत-चीन सीमा के नजदीक उत्तराखंड के चमोली जिले के बराहोटी इलाके में भारतीय नभक्षेत्र (इंडियन एयरस्पेस) में एक संदिग्ध चीनी हेलिकॉप्टर उड़ता दिखा। कुछ मिनट तक भारतीय क्षेत्र में रहने के बाद वह वापस चला गया। इस बात की जानकारी पुलिस ने दी। पुलिस अधिकारियों ने संदिग्ध हेलिकॉप्टर मामले की जांच शुरू कर दी है। चमोली पुलिस अधीक्षक तृप्ति भट्ट ने बताया कि सुबह सवा नौ बजे एक हेलिकॉप्टर भारतीय नभक्षेत्र का उल्लंघन करके बराहोटी क्षेत्र के ऊपर उड़ता दिखा। यह लगभग चार मिनट तक भारतीय सीमा के अंदर रहा। उन्होंने कहा कि यह पहली बार नहीं है, इस तरह की घटनाएं पहले भी हो चुकी हैं।
भट्टा ने कहा, ‘‘हम यह नहीं कह सकते कि उल्लंघन टोह लेने के उद्देश्य से जानबूझकर किया गया या यह अनजाने में हो गया।’’ घटना का ब्योरा पता लगाने के लिए जांच शुरू कर दी गई है। उन्होंने स्पष्ट किया है चॉपर मिलेट्री एयरक्राफ्ट नहीं था। हालांकि यह भरतीय एयरस्पेस का उल्लंघन है, क्योंकि चॉपर बिना भारत के इजाजत के भारतीय सीमा में प्रवेश कर गया था। इस घटना के बारे में रक्षा मंत्रालय और राज्य सरकार को बता दिया गया है।
चीनी हेलिकॉप्टर के भारतीय क्षेत्र में प्रवेश करने का यह पहला मामला नहीं है। इससे पहले 2014 में भी चमौली जिले में चीनी हेलिकॉप्टर में घुस गया था। इसके अलावा चीनी सैनिकों की भी ओर से इस क्षेत्र में घुसपैठ की घटनाएं सामने आ चुकी है। चमोली जिले के सीमावर्ती क्षेत्र में इससे पहले भी 2013-14 में कई बार चीनी सैनिक आ चुके हैं और पत्थरों पर चीन लिखकर जा चुके हैं। आपको बता दें उत्तराखंड राज्य की करीब 350 किलोमीटर की सीमा चीन से मिलती है। उल्लेखनीय है कि उत्तर पूर्व में भारत से लगी सीमा पर भी चीन की ओर से घुसपैठ की खबरें आती रही हैं। इसके अलावा लेह पर भारत से लगी सीमा पर चीन की सेना कई बार घुसपैठ को अंजाम दे चुकी है। राज्य के पूर्व सीएम उत्तराखंड ने कहा कि चीनी सैनिकों की ओर से भारत में घुसपैठ की कई घटनाएं सामने आ चुकी है। मेरे दो साल के कार्यकाल में बराहोटी में 35 बार घुसपैठ की।