म्यांमार के उत्तर पश्चिम के एक गांव में सेना के हवाई हमलों में नौ बच्चों सहित कम से कम 17 नागरिकों की मौत हो गई। लगभग 20 लोग घायल भी हुए हैं। स्थानीय लोगों और मानवाधिकार कार्यकर्ताओं का दावा है कि भारतीय सीमा के ठीक दक्षिण में सागांग क्षेत्र के खमपत शहर के कानन गांव पर सुबह यह हवाई हमला हुआ।
हालांकि, सैन्य सरकार ने हमले की जिम्मेदारी लेने से इन्कार कर दिया और दावा किया कि इस खबर में कोई सच्चाई नहीं है।
सैन्य सरकार ने विद्रोहियों के खिलाफ हमले तेज किए
फरवरी 2021 में सेना द्वारा आंग सान सू-की की निर्वाचित सरकार को अपदस्थ करने के बाद कई संगठनों ने हथियार उठा लिए हैं। तब से देश के बड़े हिस्से में अब सेना व इनके बीच संघर्ष चल रहा है। पिछले दो वर्षों से सैन्य सरकार ने विद्रोहियों के खिलाफ हवाई हमले तेज कर दिए हैं।
कानन गांव पर तीन बम गिराए गए
बचाव कार्य में मदद करने वाले एक स्थानीय निवासी ने रविवार को एपी को बताया कि एक जेट फाइटर ने खमपत के बाहरी इलाके में कानन गांव पर तीन बम गिराए। इससे गांव के स्कूल और आसपास की इमारतों में रहने वाले 17 नागरिकों की मौत हो गई। नाम न छापने की शर्त पर एक निवासी ने बताया कि स्कूल के पास लगभग 10 घर बमों से नष्ट हो गए। खमपत शहर के अधिकांश निवासी अल्पसंख्यक ईसाई हैं।
म्यांमार में मुख्यत: बौद्ध धर्म है जिसका नेतृत्व बर्मन बहुसंख्यक करते हैं। एक अन्य प्रत्यक्षदर्शी ने नाम न छापने की शर्त पर एपी को हमले के बाद की तस्वीरें भी प्रदान कीं, जिनमें मृत और घायल लोग और क्षतिग्रस्त इमारतें शामिल थीं। सरकारी एमआरटीवी टेलीविजन ने एक अनाम अधिकारी का हवाला देते हुए कहा कि रविवार सुबह उस क्षेत्र में कोई विमान नहीं उड़ रहा था।