इंडोनेशिया के द्वीपों में से एक बाली भारतीय जोड़ों के बीच सबसे पसंदीदा हनीमून डेस्टिनेशन बनकर उभरा है। एक सर्वेक्षण में यह बात सामने आयी है। वीजा ऐट अराइवल और कम बजट में घूमने की सुविधा मिलने की वजह से बड़ी संख्या में भारतीय पर्यटक बाली जाना पसंद करते हैं। स्कूबा डाइविंग के शौकीन जरूर करें बाली की सैर। एडवेंचर्स लवर्स के लिए स्कूबा डाइविंग रोमांच का बेहतरीन तरीका है। वैसे तो देशभर में स्कूबा डाइविंग के लिए एक से बढ़कर एक रोमांचक जगह हैं लेकिन आज हम आपको इंडोनेशियां के खूबसूरत शहर बाली के बारे में बताने जा रहे हैं। अगर आप भी मरीन लाइफ को करीब से देखना चाहते हैं तो आपको बाली जरूर जाना चाहिए।

तुलमबेन बीच
तुलमबेन बीच बाली में स्कूबा डाइविंग के लिए सबसे फेमस है। यहां साल भर विजबिलिटी काफी अच्छी रहती है। आप यहां डॉल्फिन, ऑक्टोपस, सनफिश और अन्य समुद्री जीवों को आसानी से देख सकते हैं। जापानी सब्मरीन टॉरपिडो इस बीच का सबसे खास अट्रैक्शन में से एक हैं। दूसरे विश्व युद्ध के यह सब्मरीन डूब गया था, जो आज भी समुद्र में 30 मीटर गहराई में है।
बाली का दिल है कूटा
कूटा, सेमिनाक और जिम्बारन दक्षिण बाली की नामी जगहें हैं। कूटा बाली का दिल है और सेंटर भी, जबकि सेमिनाक बीच है। यहां हाई-फाई रेस्तरां और ट्रेंडी फैशन स्टोर्स की धूम है। दोनों जगह एक-दूसरे से 3 किलोमीटर दूर हैं। स्पा कराने के लिए भी कई बेस्ट ऑप्शन यहां हैं।
तानाह लॉट टेंपल
बाली द्वीप का सबसे प्रसिद्ध और प्रतिष्ठित मंदिर है तानाह लॉट। यह मंदिर के बेहद ऊंचे पहाड़ पर बना है और चारों तरफ समुद्र का पानी है। यह प्राकृतिक नजारा अपने आप में इतना खूबसूरत है कि इसे एक बार देखने के बाद यह हमेशा के लिए आपकी यादों में बस जाता है। बाली के सबसे महत्वपूर्ण मंदिरों में से एक तानाह लॉट समुद्र के रक्षकों की आत्मा को श्रद्धांजली देने के लिए बनाया गया है। यहां से सूर्यास्त का नजारा भी बेहतरीन दिखता है। कूटा से 20 किलोमीटर दूर है यह मंदिर और बाली आने वाले लोगों को इस जगह पर जरूर जाना चाहिए।
किन्तामनी माउंट बतूर
बाली जाएं और ज्वालामुखी न देखें ऐसा कैसे हो सकता है। किन्तामनी ज्वालामुखी जिसे माउंट बतूर भी कहते हैं टूरिस्ट्स के बीच काफी फेमस ट्रेक है। इसके आसपास 13 स्क्वेयर किलोमीटर इलाके में बतूर कल्डेरा लेक भी मौजूद है। साथ ही आसपास गर्म पानी के कई झरने भी हैं। पेनेलोकन यहां का फेमस स्टॉपओवर है जो ज्वालामुखी पहाड़ के मुख के रूप में कार्य करता है और यहां से आप इस बेहतरीन ज्वालामुखी का नजारा देख सकते हैं।
कैसे पहुंचे?
दिल्ली से बाली की हवाई दूरी करीब 6,800 किलोमीटर है। फ्लाइट से बाली पहुंचने में करीब सवा 8 घंटे लगते हैं। बाली के लिए कोई सीधी फ्लाइट नहीं है इसलिए वाया बैंकॉक या सिंगापुर या फिर क्वालालम्पुर होते हुए जाना पड़ता है।
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