भानुप्रतापपुर उपचुनाव में भाजपा प्रत्याशी ब्रह्मानंद नेताम पर लगे आरोपों को लेकर राजनीति शुरू हो गई है। भाजपा ने इन आरोपों पर पलटवार करते हुए कहा है कि लोगों का चरित्र हनन करना कांग्रेस के चरित्र में है।छत्तीसगढ़ विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल, भाजपा प्रदेश महामंत्री केदार कश्यप, प्रदेश प्रवक्ता देवलाल ठाकुर, अनुसूचित जनजाति मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष विकास मरकाम ने मीडिया से चर्चा करते हुए कहा कि यह पहली बार नहीं है जब कांग्रेस ने यह प्रयास किया है। नैतिकता को लेकर बड़े-बड़े ट्वीट करने वाले मुख्यमंत्री जी स्वयं ऐसे ही एक प्रयास की वजह से आज चार्जशीटेड हैं और जमानत पर बाहर हैं।
चुनाव के महज कुछ दिन पहले कांग्रेस ने जो ओछी मानसिकता दिखाई है, जो कि उनका चरित्र है, उसे अब भानुप्रतापपुर के उपचुनाव में और बड़े अंतर से हार मिलेगी। जनता ने सबक सिखाने का फैसला ले लिया है। चुनाव में होती अपनी बड़ी हार को देख कर कांग्रेस ने आदिवासी प्रत्याशी ब्रहमानंद नेताम के ऊपर निम्न स्तर के आरोप लगाकर सिद्ध कर दिया है कि वह राजनीति में कैसी गिरी हुई सोच रखतीर हैं।
प्रेस वार्ता में भाजपा नेताओं ने कांग्रेस द्वारा लगाए गए आरोपों का सिलसिलेवार जवाब दिया और कहा कि जिस प्रतिवेदन को कांग्रेस के नेता दिखा रहे हैं, उस प्रतिवेदन में कहीं पर भी प्रत्याशी ब्रहमानंद नेताम का अपराध क्या है, यह स्पष्ट नहीं है?
यह मामला अगर 2019 का बताया जा रहा है तो पास्को एक्ट मे धाराएं लगने के बावजूद अब तक ब्रहमानंद नेताम से पूछताछ क्यों नहीं हुई, उन्हें गिरफ्तार क्यों नहीं किया गया, उन्हें किसी प्रकार से कोई नोटिस क्यों नहीं जारी किया गया?
यह कैसा अपराध है जिसमें आरोपी पर पुलिस सालों साल कोई कार्रवाई नहीं कर रही है। कांग्रेस ने दूसरा आरोप चुनाव आयोग में गलत जानकारी देने का लगाया है। जब ब्रहमानंद नेताम को किसी प्रकार से अपने ऊपर लगे आरोप की जानकारी ही नहीं है तो वह उसे चुनाव आयोग को कैसे दे सकते हैं? उन्हें इस बाबत कोई भी नोटिस नहीं मिला है न ही उन्हें कभी पूछताछ के लिए बुलाया गया है। कांग्रेस का यह आरोप हास्यप्रद है। उनकी ओछी मानसिकता का परिचायक है।
समाचार पत्रों के माध्यम से जानकारी में आया कि जो प्रतिवेदन कांग्रेस के नेताओं ने दिखाया उसमें अन्य भी लोगों के नाम हैं, जिन्हें स्वयं जानकारी ही नहीं कि उनका नाम कैसे है?
कांग्रेस को यह स्पष्ट करना चाहिए कि जब नॉमिनेशन में आपत्ति लेने का समय था, तब उन्होंने आपत्ति क्यों नहीं ली जो 18 नवंबर तक ली जा सकती थी तब कांग्रेस क्यों मौन रही?
कांग्रेस का यह चरित्र रहा है कि जब वो चुनाव में हारते हैं तब यही काम करने में लग जाते हैं। इससे पहले भी उन्होंने भाजपा के वरिष्ठ नेता की फर्जी सीडी बनवाकर उसे बांटा था और उसी मामले में मुख्यमंत्री जी स्वयं चार्जशीटेड हैं जमानत पर बाहर हैं।
कांग्रेस के एन एस यू आई प्रदेश महासचिव व भानुप्रतापपुर उपचुनाव के सह प्रभारी रूहाब मेनन एक तरफ बलात्कार करते हैं दूसरी तरफ आज मध्य प्रदेश के गंधवानी क्षेत्र के कांग्रेस के विधायक उमंग सिंगार बलात्कार कर फरार हो गए है।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अभिषेक मनु सिंधवी ने क्या किया हैं सभी को पता है कांग्रेस किस मुंह से चरित्र की बात करती है। कांग्रेस ने एक सच्चे आदिवासी जन सेवक को बदनाम करने की साजिश की है जो उनके लिए घातक साबित होगी और कांग्रेस और बड़े अंतर से उपचुनाव को हारेगी।
छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार ने सरकारी गाड़ियों से झारखंड के मुख्यमंत्री द्वारा भेजे गए विधायकों खूब शराब भिजवाई थी अब शराब का हक अदा करते हुए आगे कुछ और भी फर्जी बातें कि जाएंगी तो भाजपा और जनता जवाब देने के लिए तैयार है।
पिछले तीन वर्षों में इन मामलों में किसी प्र